- बिजली कटौती से नाराज आबकारी मंत्री ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को लिखा लेटर

- सिद्धार्थनगर से विधायक हैं आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह

- कहा, बिजली कटौती से हो रही सरकार की छवि धूमिल

LUCKNOW : सूबे में अघोषित बिजली कटौती से जनता ही नहीं, योगी सरकार के मंत्री भी नाराज हैं। ऐसा ही वाकया सामने आया जब आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र में हो रही बिजली कटौती से नाराज होकर ऊर्जा मंत्री को पत्र लिख दिया। इसमें उन्होंने कहा कि बिजली कटौती से योगी सरकार की छवि पर असर पड़ रहा है। साथ ही अनुरोध किया कि निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए वह अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी करें।

सिद्धार्थनगर का मामला

मालूम हो कि आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह सिद्धार्थनगर की बांसी सीट से जीत कर आए हैं। विगत 19 जुलाई को उन्होंने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को पत्र लिखकर सिद्धार्थनगर जिले में बिजली आपूर्ति की बदहाली का जिक्र किया है। उन्होंने पत्र में लिखा कि सिद्धार्थनगर में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। आपके और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बावजूद बिजली आपूर्ति के हालात में कोई सुधार नहीं हो रहा है और निरंतर स्थिति खराब होती जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र व शहरी क्षेत्र सभी में बिजली आपूर्ति के बाधित रहने के कारण पूरे जनपद की जनता में खासा रोष है, जिससे सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है। उन्होंने ऊर्जा मंत्री से अनुरोध किया कि वह जनहित में जिले की बिजली आपूर्ति रोस्टर के मुताबिक अनवरत जारी रखने के लिए संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी करें।

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सूबे में गहराया बिजली संकट

असल में सूबे में पिछले कुछ दिनों से बिजली संकट गहराया है। बिजली की उपलब्धता बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार और पावर ग्रिड अतिरिक्त कारीडोर उपलब्ध कराने का अनुरोध भी किया गया है। मालूम हो कि वर्तमान में पीक ऑवर में कारपोरेशन लगभग 15000 मेगावाट विद्युत आपूर्ति कर पा रहा है। केंद्र सरकार की जल विद्युत परियोजनाओं नाथा, झाकरी तथा करछम वाग्च्यू इत्यादि में सिल्ट आने से प्रदेश को 500 मेगावाट बिजली नहीं मिल पा रही है। इसके अलावा पावर ग्रिड कारपोरेशन की चप्पा कुरुक्षेत्र लाइन के ट्रिप होने से वेस्टर्न रीजन से नादर्न रीजन में कन्जेशन की स्थिति उत्पन्न हो गयी है, जिससे 1200 मेगावाट की कमी आ गयी है। इससे निपटने को पावर कारपोरेशन द्वारा कान्टीजेन्सी तथा एक्सचेंज के माध्यम से बिजली खरीद कर हालात सामान्य करने की कोशिश जारी है।