GORAKHPUR: बेसिक शिक्षा विभाग में एक बार फिर दूसरे के नाम पर नौकरी करता फर्जी शिक्षक पकड़ा गया। जांच में मामला सही मिलने पर बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है। यह फर्जी शिक्षक 2010 से गोला के कोड़ार बघोर स्थित परिषदीय विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर कार्य कर रहा था।

बीएसए ने जांच के लिए गठित की कमेटी

इलाहाबाद के फूलपुर स्थित गोमती इंटर कॉलेज में कार्यरत संस्कृत के प्रवक्ता बालेंदू कुमार मिश्रा ने अगस्त में अपने अधिवक्ता द्वारा आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए पैन कार्ड का इस्तेमाल किया। इसमें पता चला कि इनके नाम से दो जिलों में शिक्षक कार्य कर रहे हैं और वेतन भी दोनों जगहों से ले रहे हैं। इसके बाद मिश्रा ने गोरखपुर आकर विभाग से उनके नाम पर नौकरी कर रहे शिक्षक का पता लगाया और लेखाधिकारी से लिखित शिकायत दर्ज कराई। बीएसए ने जांच के लिए कमेटी गठित की और शिकायत के आधार पर एक नाम के दोनों शिक्षकों को डाक के माध्यम से पत्र जारी कर अपने-अपने प्रमाण पत्रों के साथ विभाग में उपस्थित होने के लिए कहा। पत्र मिलने के बाद गोमती इंटर कालेज फूलपुर संस्कृत के प्रवक्ता बालेन्दु कुमार मिश्रा अपने सभी प्रमाण पत्रों के साथ बीएसए के सामने उपस्थिति हुए लेकिन इनके नाम पर गोरखपुर के गोला विकास खंड में कार्यरत परिषदीय शिक्षक नहीं उपस्थित हुए। अनुपस्थित रहे परिषदीय शिक्षक को एक बार फिर प्रमाण पत्र के साथ उपस्थित होने के लिए पत्र लिखा। इसके बाद भी फर्जी शिक्षक नहीं उपस्थिति हुआ। तो बीएसए ने 22 नवंबर 2017 को फर्जी शिक्षक का वेतन रोक दिया और डाक के माध्यम से एक बार और पत्र लिखा।

वर्जन

बार-बार पत्र लिखने के बाद भी परिषदीय विद्यालय में कार्यरत शिक्षक का अनुपस्थित होना और डाकिया द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर कोड़ार परिषदीय स्कूल में कार्यरत शिक्षक को बर्खास्त किया गया है। संस्कृत के प्रवक्ता द्वारा अगर तहरीर दी जाती है तो फर्जी शिक्षक के ऊपर मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।

रामसागर पति त्रिपाठी, बीएसए