- रमरेपुर में सूखे कुएं में गिरे पिता को बचाने के लिए उतरे बेटे की रस्सी टूटी, कुएं में भरी जहरीली गैस से दोनों ने तोड़ा दम

- रेस्क्यू में लगे CRPF व फायर ब्रिगेड के जवानों ने दोनों को बचाने के लिए लगाया पूरा जोर

- कंप्रेसर मशीन से कुएं की गैस बाहर निकालने के बाद निकाला गया बाप-बेटे को

VARANASI:

कैंट थाना एरिया के रमरेपुर में सोमवार की अलसुबह घर के बाहर मौजूद एक सूखा कुआं बाप-बेटे के लिए मौत की वजह बन गया। पिता के कुएं में गिरने के बाद उनको बाहर निकालने की कोशिश कर रहा बेटा भी कुएं में जा गिरा और अंदर मौजूद जहरीली गैस से दोनों ने दम तोड़ दिया। इस बीच रेस्क्यू के लिए मौके पर सीआरपीएफ समेत फायर ब्रिगेड की टीमें पहुंची। चार घंटे की मशक्कत के बाद जवानों ने दोनों के शवों को बाहर निकाला।

टहलने के दौरान हुआ हादसा

पहडि़या मंडी में बेटे के साथ कैंटीन चलाने वाले कल्लू यादव (60 वर्ष) कई सालों से लकवा से ग्रसित थे। भोर में साढ़े चार बजे के आसपास वह घर से टहलने के दौरान घर के बाहर सूखे कुएं में गिर गए। पति के कुएं में गिरते ही पास में मौजूद पत्‍‌नी रन्नो देवी की नजर उनपर पड़ी और वह शोर मचाने लगीं। मां के चीखने की आवाज सुनकर घर में मौजूद बेटा अजीत (26 वर्ष) भागकर बाहर आया और रस्सी का जुगाड़ करने के बाद पिता को निकालने के लिए कुएं में उतरा लेकिन छह फीट अंदर जाते ही कुएं में मौजूद जहरीली गैस ने उसे अपनी जद में ले लिया और वह अचेत होकर कुएं में ही गिर पड़ा।

हेल्प को पहुंचे CRPF के जवान

इस बीच दो लोगों के कुएं में गिरने की सूचना लगते ही पास में मौजूद सीआरपीएफ के जवान मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू में जुट गए। पांच-छह जवान कुएं में उतरे लेकिन पांच फीट अंदर जाते ही गैस ने उन्हें इतना बेचैन कर दिया कि वे भी बाहर आ गए। इस बीच क्षेत्रीय लोगों की सूचना पर पहुंचे दमकल के जवान मिथलेश व कमलेश भी कुएं में उतरे लेकिन जहरीली गैस की चपेट में आने के चलते वे भी तुरंत बाहर आ गए। तीन घंटे बाद कंप्रेसर मशीन के जरिए कुएं में मौजूद जहरीली गैस निकाली गई। गैस निकलने के बाद दमकलकर्मियों ने कल्लू यादव व अजीत को बाहर निकाला। दोनों को नजदीकी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मृतक पर हत्या का था आरोप

कुएं में गिरने के बाद मौत के मुंह में समाए कल्लू यादव का नाम कैंट थाने के दीवान शिवजी सिंह की हत्या में आया था। बुलेट से चलने वाले कल्लू यादव को पुलिस ने क्99ख् में वाहन चेकिंग के दौरान नदेसर इलाके में पकड़ा था। उस वक्त तत्कालीन इंस्पेक्टर पवन कुमार सिंह ने कल्लू की बुलेट से ही दीवान शिवजी सिंह को थाने भेजा था। आरोप है कि इस दौरान कैंटोन्मेंट एरिया में पहुंचने के बाद टॉयलेट के बहाने कल्लू ने गाड़ी रोक दी और शिवजी सिंह की हत्या करके फरार हो गया। इस बीच पुलिस जब उसे पकड़ने उसके घर पहुंची तो वह पुलिस वालों संग हाथापाई कर फरार हो गया था। सिपाही की हत्या के बाद कल्लू जानता था कि पुलिस उसे नहीं छोड़ेगी इसलिए उसने खुद को कानपुर में बिना टिकट की यात्रा के जुर्म में जीआरपी के हाथों गिरफ्तार करवा लिया था। हालांकि, कोर्ट में मामला चल रहा है और इन दिनों वह जमानत पर था।