- घर में चल रही थी फेरों की रस्म, पिता ने गांव के बाहर पेड़ पर लगाई फांसी

- रविवार तक बैंक का कर्ज न चुकाने पर अमीन ने दी थी जेल भेजने की धमकी

शिकोहाबाद। घर में शादी की शहनाई गूंज रही थी। वर एवं वधु सात फेरों के साथ जोड़े में बंधने जा रहे थे। इसी दौरान परिवार के मुखिया ने गांव के बाहर पेड़ पर फांसी लगा ली। बेटी को डोली में विदा करने की तैयारी में जुटे परिजनों को जब यह खबर मिली तो हर कोई सन्न रह गया। मंगल गीतों के बोल खामोशी में बदल गए। लाल जोड़े में सजी दुल्हन के सामने पिता की मौत का भेद न खुल जाए। इसको लेकर लोग आंखों के आंसू भी रोके रहे। पहले गांव से बेटी की डोली उठी। इसके बाद में पिता के शव के अंतिम संस्कार की तैयारियां हुई। आरोप है अमीन ने बैंक का कर्ज न चुकाने पर जेल भेजने की धमकी दी थी। इसके डर से मुन्नालाल ने फांसी लगा ली।

कुछ देर पहले किया बारात का स्वागत

घटना थाना नसीरपुर के गांव रघुनाथपुर की ठार (ब्रहमाबाद) की है। 58 वर्षीय मुन्नालाल खेती के साथ मेहनत मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। शुक्रवार रात को बेटी अनीता की शादी थी। रात में बारात दरवाजे पर आई तो मुन्नालाल के साथ परिजनों ने बारात का स्वागत सत्कार किया। बारौठी की रस्म के बाद में शादी की अन्य रस्में होने लगीं। पूरा परिवार बेटी की शादी को लेकर खुश था। रिश्तेदार भी जुटे हुए थे।

रोके रहे आंसू

रात लगभग तीन बजे मुन्नालाल शौच का बहाना कर खेत की तरफ चले गए। जहां नीम के पेड़ पर अंगौछे से फांसी लगा ली। फेरों की रस्म के बाद जब कन्यादान की रस्म के लिए माता-पिता को पंडित ने बुलाया तो परिजनों ने मुन्नालाल की खोजबीन शुरू की, लेकिन मुन्नालाल का पता नहीं चला। सुबह गांव की महिलाओं ने खेत में मुन्नालाल को फांसी के फंदे पर झूलते देखा तो चीख-पुकार मच गई। घर में शादी की रस्में चल रही थी। शादी में विघ्न न पड़ जाए। लिहाजा दुल्हन के साथ अन्य महिलाओं को मुन्नालाल की मौत के संबंध में नहीं बताया। बाद में पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया।

अमीन की धमकी पर उठाया कदम

मुन्नालाल के बेटे बबलू का आरोपी है अमीन की धमकी से डर कर पिता ने फांसी लगाई है। बबलू का कहना है मुन्नालाल ने खेती के लिए भूमि विकास बैंक से 30 हजार रुपये कर्ज लिया था। आर्थिक तंगी और बेटी की शादी के चलते बैंक का रुपया जमा नहीं कर सका। आरोप है दस दिन पूर्व अमीन घर आया तथा 30 अप्रैल तक रुपये जमा न होने पर जेल भेजने की धमकी दी। बैंक के रुपये चुकाने की ¨चता में मुन्नालाल ने फांसी लगा ली।