- प्रदर्शनकारियों के बवाल से स्कूलों में फंसे स्टूडेंट्स सहमे

- डीएम ने बच्चों को स्कूल से न निकलने के दिए थे निर्देश

आगरा। अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार अधिनियम में जारी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए दलित समाज सोमवार को उग्र होकर सड़क ों पर उतर आया। इसका शिकार शहर की आम जनता के साथ ही स्कूली बच्चे बने। स्कूली बच्चे दहशत में घंटों स्कूलों में फंसे रहे।

खाने-पीने की व्यवस्था को कहा

प्रदर्शनकारियों द्वारा उपद्रव बढ़ता देखकर डीएम गौरव दयाल ने सभी स्कूलों में आदेश जारी कर दिए थे। डीएम ने स्कूल संचालकों को निर्देश दिए कि कोई भी स्कूलों से बच्चों को नही जाने देगा। लिहाजा छुट्टी होने के बाद भी बच्चों को स्कूलों में रोके रखा गया। स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को स्कूल में ही खाना और पानी की सुविधा मुहैया कराई। कुछेक स्कूलों में एक-एक बिस्किट का पैकेट देकर आदेश की इतिश्री कर दी गई।

स्कूल वैन से नहीं भेजे

सेंट पीटर्स स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को दोपहर 12 बजे ही सूचित कर दिया गया था। किसी भी स्कूली बच्चे को प्राइवेट वैन या बस से जाने की अनुमति नही दी गई। अभिभावकों से पूछताछ के बाद ही स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को उनके साथ जाने दिया।

अभिभावकों के सुपुर्द किए बच्चे

बच्चों के अभिभावकों को स्कूल प्रबंधन ने फोन द्वारा सूचित किया। होली पब्लिक जूनियर हाईस्कूल आवास विकास कॉलोनी सेक्टर चार में अभिभावकों के आने पर ही स्कूल से बच्चों को स्कूलों से जाने दिया गया।