- बिजली से झुलसे साथी कर्मचारी के इलाज को लेकर गरमाया मामला

- तीन कर्मचारियों के खिलाफ FIR दर्ज

VARANASI

मरम्मत कार्य के दौरान झुलसे दैनिक बिजलीकर्मी अजीत कुमार को बीएचयू के बजाय दूसरे हॉस्पिटल में इलाज कराने के विवाद में शनिवार को विद्युतकर्मियों और एसडीओ-अवर अभियंता में मारपीट हुई। एसडीओ सर्वेश यादव व जेई सर्वेश शुक्ला ने भेलूपुर थाने में नगरीय विद्युत वितरण खंड चतुर्थ में कार्यरत विजय कुमार सिंह, तपन चटर्जी, राघवेंद्र गोस्वमी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया है। इतना ही नहीं घटना के विरोध में बनारस में तैनात अभियंता व अवर अभियंता तीनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्य अभियंता अश्विनी कुमार से मिले और अघोषित हड़ताल पर चले गए। इस कारण बिजली आपूर्ति बनाए रखने में काफी दिक्कत आई। राजस्व वसूली व बिलिंग कार्य भी प्रभावित हुए।

रामनगर में सात घंटे का शट डाउन

मारपीट की घटना के कारण रामनगर में शनिवार की दोपहर क्ख् से 7 बजे तक सात घंटे बिजली गुल रही। साहूपुरी से रामनगर तक आले वाली फ्फ्केवी लाइन का खंभा डइयां गांव के गिर गया। इंजीनियरों के अघोषित रूप से कार्य से विरत रहने के कारण खंभा दुरुस्त नहीं हो पाया। लंबी कवायद के बाद अधिशासी अभियंता मनोज अग्रवाल ने शाम 7 बजे जीवनाथपुर उपकेंद्र से लिंक करके रामनगर में विद्युत आपूर्ति बहाल कराई। इस दौरान पूरे रामनगर में भीषण गर्मी में बिजली-पानी के लिए हाहाकार मचा रहा। सात घंटे बाद सप्लाई बहाल होने पर लोगों ने राहत की सांस ली।

लापरवाही का आरोप

विद्युत मजदूर पंचायत के सदस्यों ने बैठक करके घटना के लिए एसडीओ व जेई को जिम्मेदार बताया। वक्ताओं ने कहा कि मरणासन्न संविदाकर्मी अजीत कुमार के इलाज में घोर लापरवाही की जा रही है। क्ख् घंटे में बीएचयू से ट्रामा सेंटर, पीएमसी अस्पताल फिर बीएचयू ले जाना उसकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। बैठक में मंडल मंत्री अंकुर पांडेय, आरके वाही, जिउत लाल, आरबी सिंह, ओपी सिंह, राघवेंद्र गोस्वमी, विजय सिंह, विकास कुशवाहा जलालुद्दीन, अरविंद सहाय आदि ने विचार व्यक्त किया।