केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने संसद में बताया 8 हजार करोड़ बकाया

17 मार्च, 2017 को संसद में माल्या से संबंधित एक सवाल के जवाब में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने बताया था कि बैंकों ने विजय माल्या को करीब 8040 करोड़ रुपये बतौर लोन दिए हैं। यह जानकारी फरवरी 2008 के एक वित्तीय समीक्षा में सामने आई थी। माल्या ने सितंबर 2004 में लोन लिया था। यह रकम नॉन परफार्मिंग एसेट के रूप में 2009 से ही दर्ज है। 2010 में इस रकम की एक बार फिर से समीक्षा हुई थी।

शराब कारोबारी माल्या से हो सका है सिर्फ 155 करोड़ हासिल

गत वर्ष 21 मार्च को केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने संसद को बताया था कि सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंक की जानकारी के मुताबिक माल्या की संपत्ति की ऑनलाइन नीलामी से अभी तक सिर्फ 155 करोड़ रुपये ही हासिल हो पाए हैं। नोटबंदी के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में बताया था कि माल्या को जो लोन दिया गया है वह यूपीए सरकार के दौरान दिया गया और इस सरकार के लिए यह आर्थिक जख्म विरासत के तौर पर मिला है।

संबंधित बैंक या आरबीआई के पास हो सकती है जानकारी

राजीव कुमार खरे ने एक आरटीआई दाखिल करके माल्या के लोन संबंधी जानकारी मांगी थी। पहले तो वित्त मंत्री ने व्यक्तिगत सुरक्षा या हितों का हवाला देते हुए आरटीआई के तहत इसकी जानकारी सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया था। लेकिन अब सीआईसी को दिए अपने जवाब में मंत्रालय ने ऐसा कोई रिकॉर्ड होने से इनकार कर दिया है। सीआईसी को दिए अपने जवाब में यह भी कहा गया है कि मुमकिन है कि यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक और संबंधित बैंकों के पास माल्या के लोन संबंधी जानकारी हो।

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