- भारत बंद के दौरान व्हाट्सअप पर पोस्ट किया था मैसेज

- पूर्व पार्षद समेत तीन ने किया था भड़काऊ पोस्ट

आगरा। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने के मामले में पुलिस ने पूर्व पार्षद समेत तीन पर मुकदमा दर्ज किया है। दो मामले व्हाट्सअप व एक मामला फेसबुक का है। पुलिस की सोशल मीडिया सेल व्हाट्सअप व फेसबुक की पोस्टों पर नजर रखे हुए है।

पुलिस को हुई थी जानकारी

दो अप्रैल को दलितों द्वारा किए हिंसक प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट का सिलसिला शुरू हो गया। साइबर सेल ने व्हाट्सअप पर चल रहे तमाम गु्रप की पड़ताल की तो कई गु्रपों पर आपत्तिजनक पोस्ट नजर आए। पुलिस ने आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले व्यक्ति पर मुकदमा पंजीकृत किया है। अब पुलिस अन्य लोगों की तलाश कर रही है।

इन पर किया गया मुकदमा

पुलिस ने थाना सदर में पूर्व पार्षद सोनू पंडित पर मुकदमा दर्ज किया। इन्होंने 30 मार्च को फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट की थी। इसके अलावा थाना हरीपर्वत में पुलिस ने जितेंद्र कुशवाह व अरुण चौधरी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत हुआ है। तीनों मुकदमे पुलिस की तरफ से दर्ज हैं। सभी में सब इंस्पेक्टर वादी बने हैं। पुलिस ने इस मामले में धारा 153 ए-जाति, धर्म के नाम पर वैमनस्य की भावना पैदा करना व सौहा‌र्द्र बिगाड़ना में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक इस मामले में पांच साल तक का कारावास के दंड का प्रावधान है।

10 अप्रैल को नहीं होगा 'भारत बंद'

सवर्णो ने 10 अप्रैल को भारत बंद का ऐलान किया था। लेकिन अब भारतबंद का कार्यक्रम स्थगित किया गया है। सवर्ण और ओबीसी हित मोर्चा की तरफ से एसएसपी को पत्र दिया गया है, जिसमें 10 अप्रैल को होने वाले भारत बंद व 20 अप्रैल को सुभाष पार्क से कलेक्ट्रेट तक विशाल जुलूस निकाल कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने के कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया है। एडीएम सिटी के द्वारा सवर्ण-ओबीसी मोर्चा को पत्र के माध्यम से पूर्व में हुई हिंसा के बाद की कार्रवाई का उल्लेख कर सवर्णो द्वारा किए जाने वाले कार्यक्रमों को स्थगित किए जाने की अपील की गई थी।