-महाबोधि सोसाइटी ने दी जगह, जल्द शुरू होगा फायर सबस्टेशन बनाने का काम, अगलगी की घटनाएं रोकने में होगी आसानी

-फायर ब्रिगेड को शासन से मिले एक करोड़ रुपये, सभी ब्लॉकों पर बनवाए जाएंगे शेड

जानकर ताज्जुब होगा कि बौद्ध धर्मावलंबियों के अलावा देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करने वाले सारनाथ में अब तक कोई फायर स्टेशन ही नहीं था। पर्यटकों की संख्या और सारनाथ के आसपास के क्षेत्रों में बढ़ती आबादी को देखते हुए यहां जल्द ही नया फायर सब स्टेशन बनने जा रहा है। शासन ने इसके लिए एक करोड़ रुपये की धनराशि दी है।

गाडि़यों के लिए 'हैंगर' भी

फायर डिपार्टमेंट और महाबोधि सोसाइटी के बीच कई बैठकों के बाद सारनाथ में एक और फायर सबस्टेशन बनाने पर स्वीकृति बन गई है। इस प्रस्ताव को अग्निशमन मुख्यालय से स्वीकृति भी मिल चुकी है। सारनाथ में म्यूजियम के पास एक खाली जमीन पर फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी और एक फोम टेंडर रखने के लिए हैंगर (गैरेज)) बनाया जाएगा। इसके साथ ही एक कार्यालय और कर्मचारियों के रहने के लिए कमरा भी बनाया जाएगा। चीफ फायर अफसर के मुताबिक यहां भी 24 घंटे दमकलकर्मियों की तैनाती रहेगी। उन्होंने बताया कि सारनाथ और आसपास के क्षेत्रों में 3 से 4 लाख की ग्रामीण और शहरी आबादी रहती है, ऐसे में इस इलाके में फायर ब्रिगेड के इंतजाम जरूरी हैं।

एक करोड़ में अौर क्या-क्या

शासन से स्वीकृत एक करोड़ रुपयों में सारनाथ सबस्टेशन के अलावा सभी 8 ब्लॉकों पर फायर ब्रिगेड की गाडि़यां रखने के लिए शेड बनाए जाने हैं। हर साल गर्मी में यह व्यवस्था की जाती है, जब ग्रामीण क्षेत्रों और खासकर खेतों में लगने वाली आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड के वाहनों को ब्लॉक्स पर भेजा जाता है।

वर्जन

महाबोधि सोसाइटी ने बातचीत के बाद जगह देने का फैसला किया है। जल्द ही यहां एक फायर सबस्टेशन बनाया जाएगा। इससे सारनाथ क्षेत्र में अगलगी की घटनाएं रोकने में आसानी होगी।

राकेश राय, चीफ फायर अफसर, वाराणसी

एक नजर

3 से 4

लाख शहरी और ग्रामीण आबादी सारनाथ क्षेत्र में

14

किमी की दूरी है चेतगंज फायर सबस्टेशन से सारनाथ की

8

किमी की दूरी है चौबेपुर थाने से सारनाथ की

शहर में अब तक 8 फायर स्टेशन

शहरी क्षेत्र : चेतगंज मेन ऑफिस, भेलूपुर, कोतवाली, ज्ञानवापी

रूरल एरिया : रोहनिया, बड़ागांव, चोलापुर, चौबेपुर