-राजधानी में क्राइम के मामले बढ़ रहे, चोरी और छेड़खानी पर लगाम नहीं

-शहर में क्राइम कंट्रोल के लिए बनानी होगी डिफरेंट रणनीति

PATNA : शहर की पुलिसिंग कुछ महीनों से सुस्त पड़ी है। हाल के दिनों में त्योहारों और क्राउड मैनेजमेंट में पुलिस ने अपनी ताकत झोंक रखी थी। इसका फायदा अपराधियों ने जमकर उठाया और शहर के क्राइम का ग्राफ तो बढ़ा ही क्रिमिनल्स के मन भी काफी बढ़ गए। जरूरत है मजबूत और कारगर पुलिसिंग की। पिछले पांच महीने से शहर में सिर्फ नाम के सिटी एसपी से चल रहा था, पर अब एक नए सिटी एसपी के जिम्मे कमान सौंपी गई है, जो पहले भी शहर पर अपनी छाप छोड़ चुके हैं। कालाबाजारियों के खिलाफ अभियान हो या फिर सड़क पर मनचलों का राज को खत्म करने की कवायद सब में आग रहे तत्कालीन सिटी एसपी। एक बार फिर तीन साल बाद कमान सौपी गई है, लेकिन इस बार शहर का मिजाज फिर से बिगड़ा हुआ है, अपराधियों की चलती बढ़ी है उनका मन बढ़ा है। आये दिन हो रही वारदातें कुछ ऐसा ही बयां कर रही है।

कई बड़े मामले, जो सुलझे नहीं

पटना में कई ऐसे मामले है जिसमें पुलिस को कोई सफलता नहीं मिल पाई है। इसमें सेल के रिटायर्ड जीएम की पत्‍‌नी मंजू सहाय हत्याकांड, धीरज साह हत्या कांड और हेमा मर्डर केस शामिल है। पुलिस ने इन मामलों को जल्द सुलझाने का दावा किया था मगर कोई कई महीने बीतने के बाद भी वह वहीं खड़ी जहां इन वारदातों के बाद खड़ी थी। इसके अलावा लूट की कई वारदातें है जिनका खुलासा नहीं हो पाया है। चेन लूट और डकैती की कई वारदातों में कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

यहां चलती है भू माफियाओं की

पटना में कई ऐसी वारदातें हुई है, जिसमें जमीन के विवाद में गोली बारी हो रही है। आराम से बिना पुलिस के भय के गोलियां चलाई जा रही है। कई जगहों पर कब्जा किया जा रहा है। थानेदारों पर ऐसे लोगों से मिले होने का आरोप लग रहा है।

5 challenges

क्। रात में फिर घूम रहे अपराधी, सेफ नहीं लड़कियां, हो रही गैंगरेप जैसे बड़ी वारदातें।

ख्। पटना शहर अपराधियों के लिए बना सेफ, चोरी, लूट और किडनैपिंग के मामले बढ़े।

फ्। जहां मन वहां हो रही फायरिंग, भू माफिया है एक्टिव, पुलिस का खौफ खत्म।

ब्। कई बड़े मामलों का खुलासा नहीं, क्लू तक नहीं ढूंढ पाई पुलिस।

भ्। धमकी देने वाले हुए एक्टिव, शहर के बड़े डॉक्टर्स को मिल रही धमकी।