कप्तानी व बल्लेबाजी रही ढीली:
विराट की कप्तानी भी निराशा जनक रही। शायद ढीली कप्तनी की वजह से खिलाड़ियों में भी जोश नहीं था। क्रिस गेल को टीम से कभी बाहर कभी अंदर वाली रणनीति से तो विराट के फैन भी हैरान रहे। इसके अलावा उनकी बल्लेबाजी भी उस तरह से नहीं दिखी। इस बार वह टीम के लिए 'रन मशीन' नहीं साबित हो पाए। सिर्फ कोहली नहीं नहीं एबी डिविलियर्स और क्रिस गेल प्रदर्शन भी लोगों के गले नहीं उतर रहा है। टीम में इनके होते हुए भी तीन मैचों में आरसीबी 150 रन का आंकड़ा भी पार करने में असफल रही।

खिलाड़ियों का चोटिल होना:
आरसीबी टीम का इस सीजन में शानदार प्रदर्शन न करने की वजह खिलाड़ियों का चोटिल होना भी है। शुरूआत में विराट कोहली के कंधे में चोट लगी थी। जिससे कंधे की चोट के कारण वह काफी समय तक बाहर रहे। कोहली के अलावा एबी डिविलियर्स भी चोट की वजह से कई बार मैच में बैठते दिखाई दिए।  इसके साथ ही टाइमल मिल्स की हैमस्ट्रिंग की चोट से भी काफी नुकसान हुआ। उनके चोटिल होने की वजह से आरसीबी की गेंदबाजी कमजोर हो गई। वहीं क्रिस गेल भी कई बार अनफिट दिखे।

ओपनिंग का कंफ्यूज्ा होना:
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु अपनी ओपनिंग को लेकर भी कंफ्यूज्ा रही। आरसीबी के कप्तान ओपनिंग टीम को लेकर निर्णय नहीं ले पा रहे थे। शायद यही वजह है कि आरसीबी ने 5 मैचों में शुरुआती बल्लोबाजो की जोड़ी को बदला। इसके अलावा उसके पास आखिरी ओवर में बल्लेबाजी के लिए केदार जाधव को छोड़कर कोई और अच्छा बल्लेबाज नहीं था। सबसे खास बात तो यह है कि मनदीप सिंह, स्टुअर्ट बिन्नी और पवन नेगी जैसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन आखिरी ओवर में कुछ खास नहीं रहा।

डिविलियर्स व कोहली की जोड़ी:
एबी डिविलियर्स और विराट कोहली की जोड़ी का शुरुआती दौर में इस बार आईपीएल में साथ न खेलना भी इसके खराब प्रदर्शन की वजहों में से एक है। जबकि बीते साल इस जोड़ी ने टीम को आखिरी तक पहुंचाया था। एबी डिविलियर्स ने बीते साल कुल 687 और विराट कोहली ने 973 रन बनाकर पूरे 1660 रन बनाए थे। इस साल भी इनसे ये उम्मीद थी लेकिन सफलता नहीं मिली। इस बार आरसीबी के सभी खिलाड़ियों ने मिलकर 1769 रनों का स्कोर बनाया है। जिसमें कप्तान विराट कोहली ने सिर्फ 109 रन ही बनाए हैं।

स्टेडियम की छोटी दीवारें भी:

आरसीबी के बाहर होने में चिन्नास्वामी स्टेडियम भी जिम्मेदार है। यह मैदान गेंदबाजी के हिसाब से उनके लिए बेस्ट नहीं है। जबकि बल्लेबाजी में उनका प्रदर्शन यहां पर अव्वल दर्जे का रहा है। बीते साल अगर 2016 में इस मैदान पर आरसीबी के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो पहली पारी में इनका स्कोर 197 था। यहां पर विकेट लेना आसान नही हैं क्योंकि छोटी-छोटी बाउंड्री होने से बॉल बाहर चली जाती है। जिसका फायदा पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को मिल जाता है। इस साल सिंगल इंनिंग में इनका हाईएस्ट स्कोर 160 रन ही रहा।

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