- महिला कॉन्स्टेबल ने बेटी के इलाज के नाम पर लिए थे 6 लाख 15 हजार रुपए

- पुलिस की जांच में फर्जी निकले बिल

DEHRADUN:

दून पुलिस महकमे में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। एक महिला कॉन्स्टेबल ने अपनी बेटी के दिल में छेद की बीमारी के नाम पर म् लाख क्भ् हजार रुपये का बिल दिखाकर रुपये ले लिये। लेकिन जब विभाग द्वारा बिलों का वेरिफिकेशन किया गया तो बिल फर्जी पाया गया। पुलिस मुख्यालय ने महिला कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया है।

फर्जी निकले सभी बिल

कालसी थाने में तैनात महिला कॉन्स्टेबल सुनीता ने ख्0क्भ् में अपनी बेटी के दिल में छेद की बीमारी के नाम पर विभाग से डॉ। भारत सब्बरवाला से इलाज के नाम पर क् लाख ख्भ् हजार का बिल दिखाकर रुपये लिये थे। महिला कॉन्स्टेबल ने अपोलो हॉस्टिपल दिल्ली के ब् लाख 90 हजार रुपये के बिल दिखाकर रुपये अपने लिए। कुल मिलाकर म् लाख क्भ् हजार रुपये का अग्रिम भुगतान लिया। लेकिन महिला कॉन्स्टेबल ने ख्0क्म् में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरिश रावत से भी मुख्यमंत्री राहत कोष से 7भ् हजार रुपये की मांग की। शासन को महिला कॉन्स्टेबल पर संदेह हुआ और जांच बैठाई। जांच में सामने आया कि महिला कॉन्स्टेबल ने अपनी बेटी की बीमारी के लिए जो बिल दिखाये हैं वह फर्जी हैं। यही नहीं महिला ने जिस नोट पैड पर बिल दिखाया वह नोट पैड अपोलो हॉस्पिटल यूज ही नहीं करता है। फर्जीवाड़े को लेकर पुलिस मुख्यालय ने महिला कॉस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है।