- नोटबंदी के बाद किया गया सारा खेल, ईडी ने दर्ज किया केस

- लाइक्स के नाम पर दो लाख लोगों को लगाया था चूना, नोएडा पुलिस ने पकड़ा था

- शाहरुख, नवाजुद्दीन और सनी लियोनी कर रहे थे ठगों की कंपनी का प्रमोशन

LUCKNOW:

नोटबंदी के दौरान दो लाख लोगों से लाइक्स के नाम पर पांच सौ करोड़ रुपये ठगने वाली नोएडा की कंपनी वेब व‌र्क्स ट्रेड लिंक्स प्राइवेट लिमिटेड की जांच इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट (ईडी) ने शुरू कर दी है। राजधानी स्थित ईडी के जोनल कार्यालय ने कंपनी के मालिक अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। उल्लेखनीय है कि इस मामले का खुलासा नोएडा पुलिस ने किया था जिसके बाद एसटीएफ इसकी जांच कर रही है। दरअसल नोएडा की एब्लेज इंफो सोल्यूशन कंपनी की तर्ज पर वेब व‌र्क्स ने भी फर्जीवाड़ा शुरू किया था। शॉर्ट कट अपनाकर पैसा कमाने के लालच में लोगों ने नोटबंदी के दौरान इसमें पांच सौ करोड़ का निवेश कर दिया और दोनों जालसाजों ने उनकी पूरी रकम हड़प ली।

बॉलीवुड के सितारे करते थे प्रमोशन

केवल दो महीने के भीतर पांच सौ करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा करने के लिए वेब व‌र्क्स के मालिक अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा ने बॉलीवुड के सितारों को जरिया बनाया था। ईडी के सूत्रों के मुताबिक शाहरुख खान, नवाजुद्दीन सिद्दीकी और सनी लियोनी ने वेब व‌र्क्स का प्रमोशन किया जिससे तमाम निवेशकों ने अनुराग और संदीप द्वारा बनाई गयी तीन कंपनियों में ताबड़तोड़ निवेश करना शुरू कर दिया। कंपनी ने निवेशकों को लुभाने के लिए तमाम हाईप्रोफाइल पार्टियां दी, जिसमें नाचने-गाने के लिए बॉलीवुड के सितारों को बुलाया गया। इसी वजह से दिसंबर में शुरू की गयी उनकी कंपनियों का टर्न ओवर दो महीने के भीतर पांच सौ करोड़ रुपये पार कर गया। एब्लेज इंफो सोल्यूशन को मात देने के लिए वेब व‌र्क्स ने प्रति लाइक पांच के बजाय छह रुपये का भुगतान करने का ऐलान किया जिसके बाद निवेशकों का झुकाव उसकी ओर होने लगा और देखते ही देखते तीनों कंपनियां मालामाल हो गयी।

SSP नोएडा ने कराया था अरेस्ट

वहीं दूसरी ओर एब्लेज इंफो सोल्यूशन के मालिक अनुभव मित्तल को एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद वेब व‌र्क्स के निवेशकों ने भी पुलिस से शिकायत करनी शुरू कर दी। तमाम निवेशकों ने जनवरी से पेमेंट ना मिलने की शिकायत दर्ज करायी। इससे अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा घबराकर फरार हो गये। उन्होंने बचने के लिए एसएसपी नोएडा के पास जाकर खुद को बेगुनाह बताने की कोशिश की। बातचीत के दौरान उन्होंने एसएसपी को प्रलोभन देने प्रयास किया जिसके बाद उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं डीजीपी ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इस केस की जांच भी एसटीएफ के सिपुर्द कर दी। एसटीएफ ने वेब व‌र्क्स पर शिकंजा कसने के लिए आयकर विभाग, ईडी को पत्र लिखकर जांच करने का आग्रह भी किया था। साथ ही तीनों कंपनियों के बैंक खातों को सीज कर दिया गया। अब ईडी ने यह केस दर्ज करने के बाद एसटीएफ से सभी निवेशकों की एफआईआर और जांच की स्टेटस रिपोर्ट देने को पत्र लिखा है।

तीन बैंक खातों में मिले 27 करोड़

ईडी के सूत्रों की माने तो वेब व‌र्क्स द्वारा संचालित तीन कंपनियों के खाते नोएडा के विजया बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक में हैं लेकिन इनमें महज 27 करोड़ रुपये ही जमा है। बाकी पैसा अनुराग और संदेश ने संपत्तियों में निवेश कर दिया। करोड़ों रुपये शानदार दावतों और एजेंटों को मुंहमांगा कमीशन देने में खर्च कर दिए गये। अनुराग और संदेश ने एब्लेज की तर्ज पर चार पैकेज बनाए थे। उन्होंने एब्लेज की तरह 5750, 11500, 28750, 57500 रुपये का पैकेज देकर निवेशकों को लुभाया। ज्यादा पैसा कमाने का लालच देने के लिए उन्होंने अलग से एक लाख 15 हजार रुपये का नया पैकेज भी शुरू किया था। अब ईडी अनुराग और संदेश के बाकी बैंक खातों, लॉकरों और संपत्तियों का पता लगाने का पता लगाने का प्रयास कर रही है ताकि उन्हें अटैच किया जा सके।

फैक्ट फाइल

इन तीनों कंपनियों के जरिए किया फर्जीवाड़ा

एड्स बुक्स मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड, स्टेज एफएमसीजी कैपिटल इंडिया लिमिटेड, आरवंस सीसी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड

इन पोर्टल पर चलता था ठगी का धंधा

एड्स बुक्स डॉट कॉम, वेव व‌र्क्स डॉट इन