शातिर ठगों ने रुपए वसूलने के बाद पकड़ा दिया था फर्जी ज्वाइनिंग लेटर

27 अभ्यार्थियों से रुपए वसूलने की फाइल क्राइम ब्रांच ने खोली

ALLAHABAD: पुलिस विभाग में आरक्षी पद पर भर्ती के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ठगों ने कई अभ्यर्थियों से नौकरी दिलाने के नाम पर पांच पांच लाख रुपये लेकर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र थमा दिया। ज्वाइन करने के लिए अभ्यर्थी विभाग पहुंचे तो यह खुलासा हुआ। अभ्यार्थियों ने इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से की। मगर ठगों के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। सालों साल बीत गए और फाइलें एक के बाद फाइलों के नीचे दबती चली गई। पुराने केस के निस्तारण के दौरान यह फाइल जब एसपी क्राइम के हाथ लगी तो उन्होंने मामले में एफआइआर दर्ज करा दी।

2013 में निकली थी वेकेंसी

2013 में शासन की तरफ से आरक्षी पदों पर भर्ती निकली थी। इसमें हजारों युवक व युवतियां शामिल हुए। फूलपुर के अमोलवा गांव निवासी लालजी सिंह की बेटी स्वाती ने भी आवेदन किया था। उसकी लिखित परीक्षा लखनऊ में हुई थी। पुलिस के मुताबिक परीक्षा के दौरान स्वाती ने व्हाइटनर का प्रयोग किया था। ऐसे ही कई और अभ्यर्थियों को व्हाइटनर प्रयोग करने के कारण परीक्षाफल या तो रोक दिया गया अथवा फेल कर दिया गया। फरवरी 2016 में अमिलिया फूलपुर स्थित एक डिस्पेंसरी पर गुलाबचंद्र और उसके साथियों से लालजी की मुलाकात हुई। आरोप है कि इस दौरान लालजी व अन्य ने कहा कि फेल होने वालों की भर्ती करा देंगे। इसके लिए पांच लाख रुपये की मांग की गई। नौकरी की लालच में दर्जनों अभ्यार्थियों ने पांच-पांच लाख रुपए दे दिए। जालसाजों ने अभ्यार्थियों को बेवकूफ बनाते हुए उन्हें फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र थमा दिया।

ज्वाइन करने पहुंचे तो खुला मामला

जब वह ज्वाइनिंग करने के लिए पुलिस मुख्यालय पहुंचे तो सच्चाई निकलकर सामने आ गई। ऊपर से लेकर नीचे तक अधिकारियो के कान खडे हो गए। ठगों ने कुल सत्ताइस लोगों से ठगी की थी। पैसा देने वाले अभ्यर्थियों पर भरोसा बनाने के लिए शातिर ठगों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नाम लखनऊ से चार बार फर्जी शासनादेश भेजा था। पुलिस अधिकारी का कहना है कि आरोपी जौनपुर निवासी गुलाब चंद्र यादव समेत अन्य की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी है।

ठगों ने बनाया शिकार

लालजी सिंह की बेटी स्वाती

प्रतापपुर की छाया व प्रीति

सरायममरेज के रोहित कुमार, कुलदीप कुमार, चंद्रकांत यादव, बृजेश कुमार, अजीत कुमार, प्रदीप कुमार, सुनील यादव, मुलायम सिंह यादव, रमेश कुमार, अपराजिता

बहरिया के विजय सिंह, शशिकांत भारतीय

शासन की तरफ से 2013 में आरक्षी भर्ती निकाली गई थी। कुछ ठगों ने फेल हुए अभ्यर्थियों से नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी कर ली। फर्जी शासनादेश के जरिए फर्जी नियुक्ति पत्र जारी कर दिया। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया गया है। गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।

-बृजेश मिश्रा,

एसपी क्राइम