- आईजी से मिलकर पीडि़त परिवार ने लगाई गुहार

- पत्नी ने पांच लोगों के खिलाफ दर्ज कराया केस

GORAKHPUR: बीएसएफ जवार को झांसा देकर जालसाजों ने भूमि रजिस्ट्री कराने के नाम पर सात लाख 10 हजार रुपए की ठगी कर ली। खारिज दाखिला कराने पर फर्जीवाड़ा सामने आया। जवान की पत्नी ने आईजी से मिलकर कार्रवाई की गुहार लगाई। आईजी के निर्देश पर केस दर्ज करके पुलिस जांच में जुटी है।

2013 में हुई रजिस्ट्री

कूड़ाघाट के मालवीय नगर निवासी रामनाथ यादव बीएसएफ में तैनात हैं। वर्ष 2013 में झंगहा के लक्ष्मीपुर निवासी मंगरु और हरि प्रसाद को सात लाख 10 हजार रुपए देकर रामपुर गांव के पास 54 डिस्मिल भूमि की रजिस्ट्री कराई। इस खरीद-फरोख्त में जंगल चंवरी के महेंद्र निषाद, अजय कुमार और इंजीनियरिंग कॉलेज के घनश्याम ने बिचौलिया की भूमिका निभाई। कुछ दिन बाद जवान की पत्नी ज्ञानती देवी खारिज दाखिल कराने कचहरी पहुंचीं।

खारिज दाखिला में खुला खेल

खारिज दाखिला के लिए आवेदन करने पर सामने आया कि मंगरु और हरि प्रसाद चौहान बिरादरी के हैं। भूमि की रजिस्ट्री उन्होंने मंगरु निषाद और हरि प्रसाद निषाद के नाम से कर दी। इस नाम से गांव में कोई भूमि नहीं है इसलिए खारिज दाखिला नहीं हो सकेगा। ज्ञानती ने इस प्रकरण की जानकारी पति को दी। इसके बाद आईजी को पत्र दिया। आईजी के निर्देश पर मंगरु, हरि प्रसाद, महेंद्र, अजय और घनश्याम के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार करने, जालसाजी करने, रुपए हड़पने का केस दर्ज करके पुलिस जांच में जुटी है।

वर्जन

आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- ओमहरि बाजपेयी, इंस्पेक्टर कैंट