- नौकरी दिलाने के बहाने खोराबार निवासी युवक के साथ ठगी

- थाने में शिकायत पर नहीं सुनी पुलिस तो आईजी से लगाई गुहार, दर्ज हुआ केस

GORAKHPUR: यदि आपको कोई खुद को किसी नेता, अधिकारी का रिश्तेदार बताकर नौकरी दिलाने की बात करता है तो जरा सावधान हो जाइए। वरना कहीं आपके साथ भी वही न हो जाए जो रानीडीहा के गौतम जायसवाल के साथ हुआ। एक जालसाज ने केन्द्रीय मंत्री को अपना रिश्तेदार बताते हुए आसानी से नौकरी दिलाने की बात कहकर गौतम की कार तक हड़प ली। नौकरी तो मिली नहीं, कार भी चली गई। इतना ही नहीं, जब वह कैंट थाने में अपनी शिकायत लेकर गया तो वहां भी इंसाफ नहीं मिला। थक-हारकर आईजी से गुहार लगाई जिसके बाद सोमवार को पुलिस ने केस दर्ज किया।

बिहार का रहने वाला है जालसाज

खोराबार एरिया के रानीडीहा निवासी गौतम जायसवाल ने पुलिस को बताया कि सिघडि़या में किराए पर मकान लेकर रहने वाले संतोष पासवान ने उसके साथ जालसाजी की। बिहार निवासी संतोष खुद को एक केंद्रीय मंत्री का रिश्तेदार बताकर खाद्य विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। उसकी बातों आकर गौतम ने उसे अपनी कार दे दी। नौकरी के लिए अपना शैक्षणिक सर्टिफिकेट भी दे दिया लेकिन वह टकराता रहा।

कार लौटाने से किया मना

काफी भागदौड़ के बाद भी संतोष ने नौकरी नहीं दिलाई। कभी लखनऊ, कभी दिल्ली, कभी बिहार जाकर मंत्री से बात करने का आश्वासन देता रहा। परेशान हाल गौतम ने शिकायत दर्ज कराई लेकिन आरोपी के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। थक हारकर वह आईजी के पास पहुंचा। आईजी के निर्देश पर कैंट थाने में आरोपी के खिलाफ अमानत में खयानत का केस दर्ज किया गया। पुलिस का मानना है कि आरोपी कई लोगों को जालसाजी का शिकार बना चुका है।

वर्जन

केंद्रीय मंत्री के नाम पर युवक को झांसा देने वाले आरोपी की तलाश की जा रही है। उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

ओमहरि बाजपेयी, इंस्पेक्टर कैंट