PATNA : राजधानी के जीपीओ गोलंबर के पास हुए एक नाबालिग के साथ दर्दनाक हादसे से अभी पटनाइट्स अभी उबर ही नहीं पाए थे कि शुक्रवार की सुबह एक और एक और गैंगरेप ने सभी को झकझोर दिया। घटना पटना जिले के मसौढ़ी थाना क्षेत्र के विशम्भर गांव में घटी। शिवदास की 14 वर्षीय बेटी प्रीती (दोनों काल्पनिक नाम) कक्षा नौ की छात्रा है। पुलिस को दी गई तहरीर में पीडि़ता के पिता ने बताया कि गुरुवार देर रात तक जब बेटी घर नहीं आई तो उसे खोजने की बहुत कोशिश की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। शुक्रवार सुबह वह बेहोशी की हालत में खेत में मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मासूम के बयान पर दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद मासूम को पीएमसीएच मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया। पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में वह बार-बार चीख-चीखकर एक ही बात कह रही थी कि क्या मुझे बेटी होने की सजा मिली है। क्या इस समाज में बेटी होना पाप है। उन दरिंदों ने तो मुझे बर्बाद कर दिया है।

खेत में बेहोश मिली मासूम

जानकारी के अनुसार शुक्रवार जब गांव वाले खेतों पर काम करने के लिए निकले तो गांव के बाहर खेतों में एक नाबालिग बेहोशी की हालत में दिखी। करीब से जब लोगों ने मासूम को देखा तो ग्रामीणों के होश उड़ गए। सूचना पर तत्काल लड़की के परिजन घटना स्थल पर पहुंच गए। इस दौरान लोगों ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को अरेस्ट कर लिया है।

रेप की घटना के पीछे लोगों का मनोविकार

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को मनोचिकित्सक मीनाक्षी भट्ट ने बताया कि रेप की बढ़ती घटनाओं के पीछे लोगों का मनोविकार है। इसके पीछे और भी कई कारण है। इसमें इंटरनेट पर अश्लील साइट्स और वीडियो देखना है। इसके साथ ही साथ दोस्तों को कॉपी करना मुख्य कारण है। ऐसा करने वाले लोग काफी अग्रेसिव होते हैं और हमेशा वह ऐसी ही दुनिया में जीना चाहते हैं। दिमाग में हमेशा ऐसे ही विचार आने से वह रेप जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। अगर परिवार इस पर ध्यान दे तो ऐसे लोगों को समय रहते काउंसलिंग से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए परिवार को अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

नाबालिग के बयान के आधार पर तीन आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। तीसरे आरोपी की तलाश की जा रही है।

शम्भू नाथ यादव, थाना प्रभारी