-बोले ऊर्जा मंत्री, अभी भी 72 हजार करोड़ के घाटे में चल रहा है बिजली विभाग

-विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को मानसिकता बदलने की दी हिदायत

बिजली विभाग की हालत बहुत अच्छी नहीं है। अभी भी यह विभाग 72000 करोड़ के घाटे में चल रहा है। जिससे उबरने के लिए हाल ही में 52 हजार करोड़ का लोन लिया गया। यह कहना है सूबे के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का। शुक्रवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने गांव में बिजली व्यवस्था और वहां हो रही सप्लाई की स्थिति पर भी बात की। कहा कि बिजली उपभोक्ताओं को शहर में 24 घंटे और गांव में 18 घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा रही, लेकिन विभागीय कमियों की वजह से फिलहाल 2021 से पहले तक अघोषित विद्युत कटौती से राहत के आसार नजर नहीं आ रहे। इसके लिए उपभोक्ताओं अभी और इंतजार करना होगा।

जनता के हित में करें काम

उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को मानसिकता बदलने की नसीहत दी। उन्होने कहा कि हमारा काम जनता के हित के लिए बेहतर से बेहतर काम करना है। जिससे उन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत न आए। उन्हें कई ऐसी शिकायतें भी मिली है कि अधिकारी व कर्मचारियों के गैर जिम्मेदराना रवैये के चलते उपभोक्ताओं को दिक्कत होती है। कहा कि तकनीकी खराबियों को दूर करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है।

नुकसान होने पर होता है दुख

गर्मी आते ही गांव में बिजली के चलते फसल खाक हो जाती है। गर्मी में शॉर्ट सर्किट से खेतों में खड़ी फसल में आगलगी की घटना काफी दुखद है। ऐसा विभागीय सजगता की कमी से हो रहा है। सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि बिजली से किसानों की फसल को होने वाला नुकसान रोका जा सके। कैलिफोर्निया वाले बयान पर राहुल पर तंज कसते हुए ऊर्जा मंत्री ने उन्हें झूठ बोलने की मशीन करार दिया और कहा देश के पीएम एनआरआई को बुलाकर देश की मिट्टी से जुड़ने की बात करते हैं। वहीं राहुल विदेश जाकर पार्टी पदाधिकरियों के खिलाफ बयान देते हैं।