आगरा। दयालबाग शिक्षण संस्थान के दीक्षांत सभागार में शनिवार को छात्र-छात्राओं पर मेडलों की बरसात हुई। संस्थान का 36वां दीक्षांत समारोह धूमधाम से मनाया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार नीति आयोग के वाईस चेयरमैन प्रो राजीव कुमार उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि एवं संस्थान के डायरेक्टर प्रेम कुमार कालरा ने छात्र-छात्राओं को मेडल प्रदान किए।

सफल योगदान देंगे

दयालबाग शिक्षण संस्थान का दीक्षांत समारोह दीक्षांत सभागार में उत्साह के साथ मनाया गया। समारोह में 3286 छात्र एवं छात्राओं को वर्ष 2017 में विभिन्न परीक्षाओंमें सफलता के लिए उपाधियां प्रदान की गई। छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि नीति आयोग के वाईस चेयरमेन राजीव कुमार ने कहा कि डीईआई के छात्र-छात्राओं द्वारा ग्रहण की गई मूल्य आधारित उच्च शैक्षणिक योग्यता, प्रशिक्षण एवं पवित्र संस्कार उनके जीवन में गुणवत्ता को बढ़ाएंगे तथा देश की प्रगति में सफल योगदान देने में पूर्णत: सक्षम सिद्ध होंगे।

63वीं रैंक है

संस्थान के निदेशक प्रो प्रेम कुमार कालरा ने अपनी रिपोर्ट में डीईआई के प्रारंभिक इतिहास के बारे में बताया। साथ ही सिस्टम विचारधारा को बताते हुए डीईआई की गतिशील शिक्षा प्रणाली पर प्रकाश डाला। संस्थान की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए डीईआई की वर्तमान उपलब्धियों से भी अवगत कराया। जिसमें प्रमुखत: आईएसओ 9001-2008 प्रमाणिकता, विदेशी विश्वविद्यालयों में समझौता ज्ञापन, स्वच्छता रैंकिग में विश्वविद्यालय का प्रदेश में एकमात्र शिक्षण संस्थान होने की उपलब्धि एवं देश में पांचवा स्थान पाना प्रमुख है.वर्तमान में संस्थान की एनआईआरएफ के अनुसार 63वीं रैंक है।

3286 मेडल दिए

आयोजित समारोह में वर्ष 2017 में विभिन्न परिक्षाओं में सफलता प्राप्त करने वाले 3286 छात्र-छात्राओं को मेडल प्रदान किए गए। जिसमें एमफिल के 65, पोस्ट ग्रेजुएशन के 477, ग्रेजुएशन के 953, ग्रेजुएशन आनर्स के 442, पीजी डिप्लोमा के 67, हाईस्कूल सर्टिफिकेट के 236, इंटरमीडिएट के 269, डिप्लोमा के 691 एवं 83 छात्र-छात्राओं को डायरेक्टर मेडल प्रदान किए।

इन्हें मिला फाउंडर मेडल

संस्थान के सबसे बड़े मेडल फाउंडर मेडल इस बार दो विद्यार्थियों को दिया गया। खास बात यह रहीं कि दोनों मेडल पर छात्राओं का कब्जा रहा। पिछले सत्र में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर बेस्ट स्टूडेंट के लिए महिमा सिंहा एवं नगमा मारकन को मुख्य अतिथि द्वारा फाउंडर मेडल से सम्मानित किया गया।

इनको मिला प्रेसीडेंट मेडल

उच्च मेडलों की सूची में दूसरे सबसे बड़े मेडल प्रेसीडेंट मेडल पर भी संस्थान की छात्राओं ने बाजी मारी। ग्रेजुएशन लेवल की सभी परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर छात्रा महिमा सिंहा और पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल की परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर अनुजा शुक्ला को प्रेसीडेंट मेडल से नवाजा गया।

इन्हें मिला अवार्ड

विशेष उपलब्धि के लिए दिया जाने वाला अवार्ड एल्युम्नाई अवार्ड इस बार संस्थान के तीन भूतपूर्व छात्रों के सिर सजा। प्रो राम नरायन मल्होत्रा, डॉ। सरोज प्रशांत एवं माला श्रीवास्तव को डिस्टिंगुइस्ट एल्युम्नाई दिया गया।