-मक्के के खेत से मिली लाश, संदेह के आधार पर एक किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ

स्ढ्ढञ्जन्रून्ष्ठ॥ढ्ढ/क्कन्ञ्जहृन्: मां के साथ खेत में काम करने गई 11 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई। रविवार सुबह उसकी लाश मक्के के खेत में मिली। एक किशोर को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। गांव में आक्रोश है। शनिवार को बच्ची मां के साथ सरेह (दूर खेत) में गेहूं दौनी कराने गई थी। रात में मां से कहाकर घर के लिए चाबी लेकर निकली थी। बाद में जब मां घर आई तो ताला बंद देख हैरान रह गई। बेटी की खोजबीन की। सुबह मक्के के खेत में लाश मिली। थानाध्यक्ष मुरारी प्रसाद ने बताया कि शक पर एक किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटनास्थल पर मिले साक्ष्य के आधार पर रेप के बाद हत्या की बात सामने आ रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

बेटी की आबरू बचाने को पति पर फेंका तेजाब

वहीं चंपारण में पिता द्वारा बेटी से गलत हरकत की तो नाराज मां ने तेजाब फेंक कर जख्मी कर दिया। बाद में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण भी किया। घायल पति को इलाज के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। घटना शनिवार की देर रात थाने एक गांव में घटी। तेजाब फेंकने की आरोपित महिला ने पुलिस को बताया कि पति दुराचारी है। उसने पुत्री की आबरू लूटने की कोशिश की। पुत्री को बचाने के लिए पति के शरीर पर तेजाब फेंक दिया। हालांकि, पुलिस प्राथमिक जांच के बाद इसे पारिवारिक विवाद बता रही। धनहा थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि जख्मी पति के बयान का इंतजार है। जब पुलिस पहुंची तो तेजाब से जख्मी व्यक्ति घर में छटपटा रहा था। इलाज के बाद स्थिति सुधरने पर बयान लिया जाएगा।

नाबालिग पहुंची महिला हेल्पलाइन

जबकि गया नगर प्रखंड की एक नाबालिग ने शादी से इनकार कर दिया। नाबालिग ने साहसी कदम उठाते हुए पहले परिवार वालों को समझाया। लेकिन शादी करने के लिए परिवार का लगातार दबाव बढ़ रहा था। तब बच्ची परिवार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए महिला हेल्पलाइन पहुंची और सहयोग की गुहार लगाई। नाबालिग के विवाह कराने वाले माता-पिता को रविवार को चंदौती थाना बुलाकर काउंसलिंग कराया गया। काउंसलिंग में महिला हेल्प लाइन के अधिकारी आरती कुमारी उपस्थित थी। उन्होंने परिजनों को बताया कि नाबालिग की शादी करना जुर्म है। इसमें आपको सजा भी हो सकती है। अधिकारी ने कहा कि बच्ची जब पढ़ना चाहती है, तो क्यों रोका जा रहा है। काउंसलिंग के दौरान बच्ची के पिता काफी भावुक हो गए। कहा कि हम किसान है। मजदूरी व खेती कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। दो बेटी है। अगर एक बेटी की शादी कर देते है, तो परिवार को सहायता मिलता। जानकार बताते है कि 8 वीं कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची की शादी 26 अप्रैल को होनी थी। तैयारी लगभग पूरी हो गई। ऐसे में बच्ची ने साहसिक कदम उठाते हुए शादी को रोकने के लिए महिला हेल्प लाइन से सहयोग मांगी। मामले में महिला हेल्प लाइन ने तुरंत संज्ञान लिया। साथ ही ऐसे मामले पर रोक के लिए मुखिया, सरपंच व पुलिस की कमेटी बनाई गई।