-शहर के आठ प्रमुख चौराहों के तारों का होना था अंडरग्राउंड

-नगर निगम के परमिशन न मिलने के कारण अभी तक शुरू नहीं हो पाया काम

-अंडरग्राउंड केबल परमिशन के लिए दस दिन से बिजली विभाग लगा रहा गुहार

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saurabh.upadhyay@inext.co.in

GORAKHPUR: जिस विभाग को शहर के सुंदरीकरण की जिम्मेदारी है, वही विभाग शहर की खूबसूरती पर पेंच फंसा रहा है। शहर के प्रमुख मार्केट की एलटी लाइन को अंडरग्राउंड करने की बिजली विभाग की योजना अभी शुरू हुई नहीं कि परमिशन के लिए नगर निगम ने अडं़गा लगा दिया है। नगर निगम अगर इस योजना को 15 दिन पहले परमिशन दे देता तो बिजली विभाग गोलघर में दो सौ मीटर तक अंडरग्राउंड केबल बिछाने के लिए खोदाई कर चुका होता। लेकिन अभी तक परमिशन न मिलने से योजना लटकी हुई है।

इन एरिया में होगा सबसे पहले

एरिया लाभांवित एरिया अंडरग्राउंड होने का कारण

गोलघर गोलघर, इंदिरा बाल विहार, गणेश चौराहा शहर का सबसे वीवीआईपी एरिया

सिनेमा रोड सिनेमा रोड और गोलघर काली मंदिर शहर के व्यस्त मार्केट में से एक

बैंक रोड बैंक रोड, अग्रसेन चौराहा, विजय चौक शहर के सबसे अधिक बैंक हैं इस रास्ते पर

टाउनहाल टाउनहाल, शास्त्री चौक, कचहरी चौराहा सबसे अधिक भीड़ के साथ ही कई प्रमुख संस्थान है

रेती चौक रेती चौक, शाहमारूफ, नखास यह लोकल सामानों का सबसे व्यस्त मार्केट है

घंटाघर घंटाघर, पहाड़पुर, शेषपुर, पांडेयहाता आंशिक ज्वैलरी मार्केट के लिए यह मंडल का सबसे प्रसिद्ध मार्केट है

बेतियाहाता भगत सिंह चौराहा, हनुमान मंदिर रोड, अलहदादपुर रोड -- शहर का सबसे पॉश कालोनियों में से एक है

गोरखनाथ गोरखनाथ ओवरब्रिज से दस नंबर बोरिंग तक हाइवे के किनारे-- सिंधी कालोनी, गोरखनाथ मंदिर के सामने, दस नंबर बोरिंग का एरिया

खजांची चौराहा खजांची चौराहा के आस-पास का एरिया शहर का इंट्री चौराहा के रूप में है इसकी पहचान

शहर को होगा फायदा

- लोकल फॉल्ट लगभग समाप्त हो जाएगा

- बिजली चोरी पूरी तरह से रूक जाएगा

- लाइन लास लगभग समाप्त हो जाएगा

- पब्लिक को अच्छी बिजली मिलने लगेगी

- पब्लिक को कम से कम 22 घंटे बिजली की उपलब्धता हो जाएगी

- आंधी या बारिश के समय भी पब्लिक को कटौती नहीं झेलनी पड़ेगी

कॉलिंग

बिजली के लोकल फॉल्ट के कारण डेली दो से तीन एरिया में कई घंटे तक बिजली गुल रहती है। नगर निगम की लापरवाही के कारण यह कार्य अधर में लटक है। ऐसी योजना को जल्द से जल्द शुरू कर देना चाहिए।

शमशुद्दीन हसन, बिजनेसमैन, गोलघर

तार के अंडरग्राउंड हो जाने से पब्लिक को बहुत ही अधिक फायदा होगा। लोकल फाल्ट के साथ ही साथ अचानक हाई वोल्टेज से भी निजात मिल जाएगी।

आशीष गुप्ता, व्यापारी, साहबगंज

वर्जन

नगर निगम को योजना की विस्तृत जानकारी नहीं दी गई थी, जिसके कारण परमिशन नहीं दिया जा रहा था। पूरी डिटेल अब नगर निगम को मिल गई है। एक से दो दिन में परमिशन दे दिया जाएगा।

सुरेश चंद, चीफ इंजीनियर नगर निगम

नगर निगम परमिशन देने की बात कह रहा है, लेकिन यह परमिशन कब देगा यह नहीं बता रहा है। जैसे ही वह परमिशन देगा कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम

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बॉक्स आइटम

लटकते तार बने हैं मुसीबत

लटकते तारों से शहर खूबसूरती पर धब्बा तो लगता ही है, साथ ही रिस्क भी बहुत ज्यादा होता है। यह दो केसेज यह बताने के लिए पर्याप्त हैं

केस नंबर 1

जनवरी 2016 में रेती चौक पर एक एलटी लाइन से टीवी केबल टच हो गया था, जिसके कारण तीन दुकानों के टीवी में करंट उतर आया और शार्ट सर्किट हो गई। शार्ट सर्किट के कारण नुकसान तो बहुत कुछ नहीं हुआ, लेकिन उस समय दुकान में चल रही तीन टीवी जल गई। जब इसकी कंप्लेन बिजली विभाग में की गई तो अधिकारियों से पूरा दोष केबल वालों पर डाल दिया।

केस नंबर दो

सितंबर दो 2016 में रेल विहार कोलानी में एक घर में निर्माण कार्य हो रहा था। अचानक एक मजदूर छड़ उठाया और छड़ तार में टच हो गया, जिसके कारण वह बुरी तरह से झुलस गया। लोग उसको लेकर मेडिकल कालेज ले गए। जहां उसका इलाज हुआ और उसके बाद तीन दिन बाद मजदूर सही हुआ, लेकिन उसका दाहिना हाथ पूरी तरह से खराब हो गया।

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इंदिरा बाल बिहार की तरफ से शुरू होनी थी योजना

महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई एके सिंह का कहना है कि बिजली विभाग के पास प्रोजेक्ट और सामान रखा हुआ है। 32 करोड़ रुपए की इस योजना की शुरुआत इंदिरा बाल विहार से शुरू होनी थी, लेकिन किसी तकनीकी प्रॉब्लम के कारण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। वहीं कार्यदायी संस्था केईआई के प्रबंध निदेशक विकास पांडेय का कहना है कि नगर निगम से जिस दिन परमिशन मिल जाएगा, उसके दूसरे दिन से कार्य शुरू हो जाएगा।

फ‌र्स्ट फेज में 32 करोड़ की योजना

गोलघर के एसडीओ चंद्रशेखर चौरसिया का कहना है कि इस योजना में कार्य शुरू हो गया है। सबसे पहले गोलघर से शुरू होगा और उसे बाद शहर के जितने भी भीड़ वाले एरिया होंगे, उन एरिया में सबसे पहले अंडरग्राउंड किया जाएगा। इस योजना में फस्ट फेज, सेकेंड फेज और थर्ड फेज में किया जाएगा। फस्ट फेज के डीपीआर की स्वीकृत मिल चुकी है, इसका कार्य भी शुरू होने वाला है। रूट मैप तैयार हो गया है, केवल सामान आने की देरी है। जैसे ही सामान आएगा कार्य शुरू हो जाएगा।