- पुलिस की हनक खत्म, ताबड़तोड़ हो रही मर्डर, लूट की वारदातें

- जांच के लिए पुलिस ताकती सीसीटीवी की तरफ लेकिन काम ही नहीं करते कैमरे

GORAKHPUR: गोरखपुर सीएम सिटी है और इस लिहाज से यह सबसे सुरक्षित सिटी भी होनी चाहिए लेकिन पिछले कुछ दिनों में यहां पुलिस की हनक खत्म होती गई तो अपराधियों का दुस्साहस बढ़ता चला गया। खासकर, व्यापारी वर्ग अपराधियों के निशाने पर है। व्यापारियों के साथ कभी मर्डर तो कभी लूट की वारदात से उनमें दहशत का माहौल बन रहा है और पुलिस बेचारी हालत में नजर आ रही है। पुलिस की लापरवाही से उसकी साख कम हो रही है। कोई वारदात होने पर पुलिस वहां सीसीटीवी की ओर तो ताकती है लेकिन कभी उसका भी हाल नहीं लेती। हालत यह है कि सिटी में लगे अधिकतर कैमरे खराब हैं।

व्यापारी संगठनों ने जताई चिंता

सीएम सिटी में व्यापारियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। गुरुवार की रात हुई घटना से शहर के व्यापारी दहल गए हैं। सीएम सिटी में सुरक्षा के सवाल पर व्यापारियों ने प्रदर्शन किया। व्यापारी नेताओं ने कहा कि घटनाएं खेदजनक हैं। लेकिन इससे ज्यादा खेद वाली बात यह है कि लगातार हो रही वारदातों के बावजूद पुलिस इस पर रोकथाम नहीं लगा पा रही है। दवा कारोबारी के मर्डर के बाद से चंद्रप्रकाश टिबड़ेवाल के मर्डर तक की जांच में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े होने लगे हैं।

कौन लगवाए सीसीटीवी कैमरे?

शहर में व्यापारियों के साथ होने वाली वारदातों के बाद बदमाशों की तलाश में पुलिस के पसीने छूट जा रहे हैं। मौका-ए-वारदात पर सीसीटीवी कैमरों की कमी पुलिस को खल रही है। पब्लिक भी इसको लेकर सवाल उठा रही है। लेकिन सीसीटीवी कैमरे लगवाने की जिम्मेदारी तय नहीं हो पा रही है। व्यापारी नीरज के घर वाली गली में इसके पहले भी कई वारदातें हो चुकी हैं। पूर्व में दाल कारोबारी के साथ हुई लूटपाट के बाद मोहल्ले के लोगों ने सीसीटीवी कैमरे लगवाने को कहा था लेकिन गुरुवार की रात हुई घटना के बाद हकीकत सामने आई गई। उस गली में कहीं कैमरे नहीं लगाए थे। पब्लिक पर ठीकरा फोड़कर पुलिस अपनी जिम्मेदारियों से बचने में लगी है।

ताबड़तोड़ हो रही वारदात

15 जून 2017: बेतियाहाता में दवा कारोबारी की घर के पास गोली मारकर हत्या

29 मई 2017: एक कंपनी के एजेंसी संचालक प्रशांत सिंह पर हमला, बाल-बाल बचे

11 मई 2017: दीवान बाजार में घी-तेल कारोबारी की गोली मारकर हत्या, लूट

13 अप्रैल 2015: दाल कारोबारी बृजेश बंसल पर हमला करके पांच लाख की लूट

28 अप्रैल 2015: दवा कारोबारी से गली स्कूटी सहित आठ लाख रुपए की लूट

--------

कॉलिंग

यह घटना पूरी तरह से प्रशासनिक अक्षमता है जिसे व्यापारी अब बर्दाश्त नहीं करेंगे। पुलिस अगर जल्द हत्यारों को गिरफ्तार नहीं करती है तो व्यापारियों को अपनी सुरक्षा के लिए सड़क पर उतरना पड़ेगा।

- सीताराम जायसवाल, संयोजक, संयुक्त व्यापार मंडल

व्यापारी नीरज रामरायका की हत्या दुखद घटना है। आए दिन व्यापारियों के साथ ऐसी घटनाएं हो रही हैं। यह प्रशासन के लिए बहुत शर्मनाक बात है। यदि इसी तरह की घटनाएं होती रहीं तो व्यापारी वर्ग बड़ा आंदोलन करेगा।

मनीष चांदवाषिया, अध्यक्ष चैंबर ऑफ टेंडर्स

व्यापारियों में दहशत का माहौल है। हम सभी व्यापारियों की संवेदना मृतक परिवार के साथ है। पुलिस-प्रशासन की शिथिल कार्यशैली से हत्या हुई है। व्यापारी अब कहीं भी सुरक्षित नहीं रहा। पिछली घटनाओं से सबक लेते तो यह घटना नहीं होती।

- योगेन्द्र नाथ दुबे

अध्यक्ष, दवा विक्रेता समिति, गोरखपुर