reality check

- CM के आदेश पर चौकन्नी हुई पुलिस और आरटीओ की कार्रवाई का दिख रहा है असर

- बुधवार को नजर नहीं आई डग्गामार बसें, डिपो पर भी नहीं लगा जाम

GORAKHPUR: यूं तो शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और डग्गामार बसों पर कार्रवाई के कई बार आदेश जारी हो चुके हैं और कार्रवाई के दावे भी किए जाते रहे हैं लेकिन कुछ ही दिनों बाद हालत वही देखने को मिल जाती है। सीएम के आदेश के बाद एक बार फिर चौकन्ना हुए आरटीओ व पुलिस विभाग कहीं एक दिन की कार्रवाई के बाद सो तो नहीं गए? दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने जब बुधवार को इसका रिएल्टी चेक किया तो शहर में कहीं भी डग्गामार बस नजर नहीं आई। वहीं हमेशा जाम की चपेट में रहने वाला बस डिपो भी खाली-खाली नजर आया। अधिकारी भी मुस्तैद दिखे।

डीएम के आदेश पर हटा अतिक्रमण

बुधवार को भी अधिकारियों ने अतिक्रमण हटाने व जाम से शहर को निजात दिलाने की दिशा में कार्रवाई की। डीएम के आदेश पर नौसढ़ में जेसीबी से अतिक्रमण हटाया गया। पानी की पुरानी को भी गिरा दिया गया। परिवहन विभाग ने चार लोगों को दुकान लगाने के लिए जमीन का आवंटन किया था, उन्हें भी सामान हटाने को कह दिया गया है। कचहरी बस स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक रघुनाथ सिंह ने सभी दुकानदारों को हटने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि कुछ बसें नौसढ़ से चलाई गई हैं। बुधवार से करीब 30 फीसदी बसें यहां से संचालित की जाएगीं। नौसढ़ बस अड्डा करीब सवा एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। आधे से अधिक जमीन पर प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर रखा है। यहीं नहीं बस अड्डे के पीछे भू-माफियाओं द्वारा प्लाटिंग की गई है।

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नौसढ़ से नहीं चलीं बसें

डग्गामार बसें तो नजर नहीं आई लेकिन नौसढ़ से आजमगढ़, बनारस और इलाहाबाद की बसों को चलाने का आदेश बुधवार को बेअसर ही दिखा। सभी बसें कचहरी बस स्टेशन से ही रवाना हुईं। अलबत्ता भ्रम की स्थिति को लेकर यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उधर, परिवहन विभाग ने नौसढ़ बस अड्डे पर जेसीबी से अतिक्रमण को गिराना शुरू कर दिया है।