- आरटीओ व रोडवेज बस डिपो पर अधिकारियों ने चलाया स्वच्छता अभियान

- झाड़ू ले तस्वीरें खिंचा किया सफाई का दावा, हकीकत में हर तरफ गंदगी

GORAKHPUR: स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने के जिम्मेदार ही अगर इसका मजाक बनाना शुरू कर दें तो आप क्या कहेंगे। ऐसा ही एक वाक्या मंगलवार को शहर में दो सरकारी विभागों में देखने को मिला। शासन के निर्देश पर रोडवेज और आरटीओ में स्वच्छता अभियान तो चलाया गया, लेकिन इसकी हकीकत महज अधिकारियों के हाथों में झाड़ू ली तस्वीरों तक ही सीमित रह गई। अभियान के एक घंटे बाद ही इन जगहों का हाल जानने पहुंची दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम के रियलिटी चेक में जिम्मेदारों के स्वच्छता मिशन की पोल खुल गई। इस दौरान आरटीओे और रोडवेज का जो नजारा सामने आया उससे यही सवाल मन में आता है कि आखिर ये कैसा स्वच्छता अभियान?

सीन-1

आरटीओ - सुबह 11.30 बजे

चारों ओर गंदगी का अंबार

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर सुबह 11.30 बजे आरटीओ ऑफिस पहुंचा। जहां डेढ़ घंटे पहले ही खुद आरटीओ एम अंसारी सहित सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने खुद हाथों में झाड़ू लेकर परिसर में सफाई की थी। लेकिन रिपोर्टर यहां पहुंचा तो नजारा कुछ और ही दिखा। रजिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के काउंटर्स के बाहर का फर्श गोबर से पटा पड़ा था। वहीं, पूरे परिसर में जमे बरसात के पानी में कचरा भी भरा मिला। सबसे हैरानी वाली बात तो ये रही कि पब्लिक के लिए लगी ठंडे पानी की मशीन के पास भी गंदगी का अंबार लगा हुआ था।

सीन-2 रोडवेज बस स्टेशन

टाइम - 12.30 बजे

कचरे के बीच बैठे रहे पैसेंजर्स

इसके बाद दोपहर 12.30 बजे रिपोर्टर रोडवेज डिपो पर पहुंचा। यहां भी आरएम सुग्रीव कुमार राय सहित अन्य अधिकारियों ने सुबह ही सफाई अभियान चलाया था। लेकिन यहां का नजारा तो ऐसा मिला मानो स्वच्छता अभियान चलना तो दूर कई दिन से सफाई ही ना हुई हो। पैसेंजर हॉल में ही चारों ओर कचरा फैला हुआ था। परिसर में भी पानी की खाली बातलों से लेकर मूंगफली के छिलके बिखरे थे। वहीं पैसेंजर्स हॉल में चारों ओर बरसात का पानी व कचरा जमा मिला। मजबूरी में पैसेंजर गंदगी के बीच ही बैठ बस का इंतजार करते रहे।