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- सरकारी दफ्तरों, स्कूल में गुटखा नहीं खाने की सीएम की हिदायत के बाद भी आदत से बाज नहीं आ रहे लोग

- मुंह में गुटखा लिए टीचर ने मानी अपनी गलती, बोले- दुबारा स्कूल में नहीं खाएंगे पान मसाला

GORAKHPUR: सीएम योगी आदित्यनाथ ने दफ्तर, स्कूल में सरकारी कर्मचारियों व टीचर्स को पान मसाला नहीं खाने और साफ-सफाई का निर्देश दिया है। सीएम के आदेश के बाद विभिन्न विभागों में हड़कंप की स्थिति है लेकिन सीएम के शहर गोरखपुर में ही स्कूलों में अभी कुछ भी बदला नजर नहीं आ रहा। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने जब शुक्रवार का कुछ स्कूलों का रिएल्टी चेक किया तो जो कुछ दिखा, वह हैरान कर देने वाला था। कहीं टीचर मुंह में गुटखा लिए नजर आए तो कहीं पीयून। हद तो तब हो गई जब स्टूडेंट्स तक मान मसाला खाते दिखे। हालांकि एक स्कूल में निर्देश का असर भी दिखा।

प्लेस:पूर्व माध्यमिक विद्यालय, गिरधरगंज

टाइम: दोपहर 12.30 बजे

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर कैमरा पर्सन के साथ पूर्व माध्यमिक विद्यालय पहुंचा तो वहां प्रिंसिपल शफीउद्दीन खान से मुलाकात हुई। वह अपने काम में बिजी थे। साफ-सफाई भी नजर आई। कुछ ही देर में सहायक अध्यापक तौफिक और सुषमा सिंह से भेंट हो गई। यहां कोई भी गुटखा खाता नहीं मिला। प्रिंसिपल ने बताया कि उनके यहां कोई भी टीचर गुटखा खाने वाला नहीं है। इसके बावजूद उन्होंने शासन के आदेश से सभी को अवगत करा दिया है।

प्लेस - किदवई इंटर कॉलेज, मोहद्दीपर

टाइम - दोपहर 1.30 बजे

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर किदवई इंटर कॉलेज पहुंचा तो पहला ही सीन हैरान कर देने वाला था। कॉलेज में एग्जाम संबंधी कार्य चल रहा था। एक इंप्लाई दफ्तर में लंच कर रहा था तो वहीं एक कर्मचारी मुंह में गुटखा भरे अपना कामकाज निपटा रहा था। रिपोर्टर ने जब कैमरे के सामने उससे पूछा कि रोक के बावजूद आप दफ्तर में गुटखा क्यों खा रहे हैं तब उसने अपनी गलती स्वीकार करते हुए दुबारा कभी गुटखा नहीं खाने की बात कही। अभी टीम कर्मचारी से बात ही कर रही थी कि एक स्टूडेंट एडमिट कार्ड लेने पहुंचा। स्टूडेंट भी मुंह में खैनी भरे हुए था। कैमरे के सामने आते ही वह घबरा गया और दुबारा कॉलेज में गुटखा, खैनी नहीं खाकर आने की बात कही।

प्लेस: कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय

टाइम: दोपहर 1.55 बजे

किदवई इंटर कॉलेज से निकलकर टीम कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय पहुंची। विद्यालय में प्रिंसिपल गोपाल सिंह से मुलाकात हुई। अभी टीम अपना परिचय दे ही रही थी कि इसी बीच वहां तैनात पीयून मुंह में गुटखा लिए पहुंच गया। जब उसे पता चला कि टीम गुटखा के बारे में ही रिएलिटी चेक कर रही है तो उसकी सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई। मुंह में ही गुटखा निगलने की कोशिश करने लगा। इस पर प्रिंसिपल ने मौके पर ही उसकी जमकर क्लास लगाई। पीयून ने माफी मांगी और दुबारा गुटखा नहीं खाकर आने की बात कही।

वर्जन

शासन का आदेश है कि कोई टीचर या एंप्लाई ऑफिस या स्कूल में गुटखा, पान मसाला खाकर नहीं आएगा। इसके लिए सभी प्रिंसिपल और प्रबंधक को निर्देशित भी कर दिया गया है। निरीक्षण किया जाएगा, जो भी पान-मसाला खाता हुआ पकड़ा जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- ओम प्रकाश यादव, बीएसए, गोरखपुर

स्वच्छता अभियान के क्रम में सभी विद्यालयों में पान-गुटखा खाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यदि कोई पान-गुटखा खाता मिला तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

- एएन मौर्य, डीआईओएस, गोरखपुर

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खाकर आए गुटखा तो हो जाएगी छुट्टी

शासन के आदेश पर डीडीयूजीयू रजिस्ट्रार अशोक कुमार अरविंद ने यूनिवर्सिटी के सभी कर्मचारी और शिक्षकों के गुटखा, पान मसाला खाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। जो भी कैंपस या दफ्तर में पान मसाला खाते दिख गया, उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

नोट-हालांकि जिले के सभी शिक्षक पान मसाला व गुटखा नहीं खाते हैं। दैनिक जारगण-आई नेक्स्ट इसका दावा भी नहीं कर रहा है। कुछ अपवाद भी है। शुक्रवार को हमने सिर्फ तीन स्कूलों का रिएल्टी चेक किया है, जिसमें यह निकल कर आया।