RANCHI: झारखंड के स्टूडेंट्स के लिए बुरी खबर है। उनका सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड(सीयूजे) रांची से ग्रेजुएशन करने का सपना टूट गया है। यूनिवर्सिटी ने इसी साल ख्0क्7 से यूजी कोर्स में एडमिशन बंद कर दिया है। सिर्फ पीजी और पीएचडी कोर्स में ही एडमिशन लिया गया है। वाइस चांसलर नंद कुमार यादव इंदु ने स्पष्ट कहा है कि जब तक हमलोग अपने कैंपस में नहीं जाएंगे, एक भी एडमिशन नहीं लिया जाएगा। क्योंकि जगह को लेकर स्टूडेंट्स को काफी परेशानी हो रही है। गौरतलब हो कि ख्009 में जब से सीयूजे शुरू हुआ है। हर साल फाइव ईयर इंटीग्रेटेड कोर्स के अलग-अलग डिपार्टमेंट में करीब ब्00 स्टूडेंट्स का एडमिशन होता रहा है। इसमें भ्0 परसेंट सीट झारखंड के स्टूडेंट्स के लिए रिजर्व हैं।

क्000 छात्र हॉस्टल से बाहर

सेंट्रल यूनिर्वसिटी में फिलहाल ख्000 के करीब स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं। लेकिन हॉस्टल में सिर्फ एक हजार छात्रों के ही रहने की सुविधा है। बाकी छात्र कैंपस से बाहर रहते हैं। उनको न तो अच्छे से रहने की सुविधा है और न ही खाने-पीने की व्यवस्था है। साथ ही उनकी सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा है, जिस कारण कोर्स को बंद करने का निर्णय हुआ है। हर साल जो नए छात्र एडमिशन ले रहे हैं, उन्हें कैंपस से बाहर रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

इंफ्रास्ट्रक्चर, फैकल्टी भी नहीं

वाइस चांसलर बताते हैं कि हमलोगों के पास फैकल्टी से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक की भारी कमी है। यूजीसी द्वारा जो सैंक्शन पोस्ट हैं, उसके अनुसार इंटीग्रेटेड कोर्स के लिए सात शिक्षकों का ही पोस्ट सैंक्शन है। लेकिन छात्रों को पढ़ाने के लिए अधिक शिक्षकों की जरूरत है। हमलोग गेस्ट फैकल्टी, टेंपररी फैकल्टी के सहारे कोर्स चला रहे हैं। एक तो जगह नहीं है, ऊपर से शिक्षक का पोस्ट भी कम है। इस कारण फाइनेंशियल प्रॉब्लम भी होती है।

सीबीआई जांच में फंसा कैंपस जाना

सीयूजे का अपना कैंपस चेरी में बनकर तैयार है। पांच साल पहले से ही कैंपस बन चुका है। लेकिन इस कैंपस के निर्माण को लेकर मामला सीबीआई में है। सीबीआई जांच कर रही है। इसमें वाइस चांसलर प्रो डीटी खटिंग समेत कई कांट्रैक्टर्स पर भी जांच हो रही है। ऐसे में इस कैंपस में यूनिर्वसिटी को अभी शिफ्ट करना नामुमकिन है।

इन कोर्स की पढ़ाई बंद

-इंटीग्रेटेड बीए, बीएसी, बीएड (चार साल )

-इंटीग्रेटेड बीबीए, एमबीए (पांच साल )

-इंटीग्रेटेड बीटेक (पांच साल )

-वाटर इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट, एनर्जी इंजीनियरिंग, नैनोटेक्नोलॉजी, जियोइनर्फोमेटिक्स

- इंटीग्रेटेड बीए एमए(पांच साल )

-इग्लिश स्टडीज, चाइनिज, कोरियन, तिब्बतियन,

-इंटीग्रेटेड बीएससी, एमएसी (पांच साल )

-अप्लाइड फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स, इन्वायरमेंट साइंस, लाइफ साइंस

वीसी से दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के सवाल

रिपोर्टर: सीयूजे में इंटीग्रेटेड कोर्स क्यों बंद किया गया?

वीसी: हमलोगों के पास न जगह है न प्रोफेसर। वहीं, स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ती जा रही है। इसीलिए ख्0क्7 से एडमिशन बंद करने का निर्णय लिया गया है।

रिपोर्टर: इसमें झारखंड के छात्रों का हक मारा गया?

वीसी: आठ साल से यूनिवर्सिटी चल रही है। लेकिन अभी तक अपने कैंपस में नहीं गए हैं। छात्र हॉस्टल से बाहर रहते हैं। ऐसे में उनकी परेशानी को और न बढ़ाया जाए।

रिपोर्टर: अब दुबारा कोर्स कब से शुरू होगा?

वीसी: जब हमलोग अपने कैंपस में चले जाएंगे। वहां फिर से कोर्स शुरू किए जाएंगे