RANCHI: ग्रिड फेल तो अंधेरे में रहेगी रांची। जी हां, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता अजीत कुमार का स्पष्ट कहना है कि राजधानी में तीन ग्रिड हैं। लेकिन, इनमें से किसी में भी खराबी आती है तो हमलोग राजधानी को दूसरे सोर्स से बिजली देने में असमर्थ हैं। गौरतलब हो कि गुरुवार की रात हटिया ग्रिड में स्पार्क की वजह से 2 घंटे तक ग्रिड ठप हो गया। इसी के साथ नामकुम ग्रिड भी कई घंटे ठप रहा। इस तरह पूरी राजधानी में ब्लैक आउट की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस कारण तीन से छह घंटे तक कई इलाकों में अंधेरा पसरा रहा। लोग परेशान रहे। 17 साल बाद भी राजधानी में अगर ग्रिड ठप हो जाए तो कोई अल्टरनेट सोर्स डेवलप नहीं किया जा सका है, जिससे राजधानी को बिजली पहुंचाई जा सके।

रांची में हैं तीन ग्रिड

राजधानी को बिजली पहुंचाने के लिए तीन ग्रिड हैं। हटिया, नामकुम व कांके ग्रिड। हटिया ग्रिड से राजधानी के सेंट्रल एरिया मेन रोड, हिनू, डोरंडा, अशोक नगर, हरमू इलाके को बिजली सप्लाई की जाती है। नामकुम ग्रिड से कांटा टोली, कोकर, रिम्स, बरियातू, इलाके को बिजली सप्लाई की जाती है। कांके ग्रिड से कांके रोड, मोराबादी, रातू रोड के कुछ इलाकों समेत बूटी मोड़ इलाके में बिजली सप्लाई की जाती है। इनमें से जिस इलाके का ग्रिड फेल होता है, उस इलाके में लोगों को तब तक इंतजार करना होता है जब तक ग्रिड ठीक नहीं हो जाए।

वैकल्पिक ट्रांसमिशन लाइन नहीं

राजधानी में बिजली पहुंचाने के लिए ग्रिड से सब स्टेशन तक ट्रांसमिशन लाइन बिछाई गई है। इससे अभी बिजली सप्लाई होती है लेकिन अगर कभी ग्रिड फेल हो जाता है तो ऐसी कोई भी अल्टरनेटिव ट्रांसमिशन लाइन नहीं बनाई जा सकी है। सेंट्रल पूल और दूसरे सोर्स से ग्रिड में जो बिजली पहुंचाई जाती है, वो ग्रिड में ही आती है। ग्रिड से सब स्टेशन तक बिजली आती है। अभी रांची में ग्रिड से सब स्टेशन तक के लिए ही ट्रांसमिशन लाइन बिछाई जा रही है।

वर्जन

गुरूवार को हटिया ग्रिड में बड़ा स्पार्क हो रहा था उसे ठीक करना बहुत जरूरी था इसलिए ग्रिड को बंद किया गया था। रांची को बिजली देने के लिए तीन ग्रिड है जिससे बिजली सप्लाई होती है। अभी हमलोग के पास जो ग्रिड है उससे ही बिजली जाती है। कोई भी ग्रिड फेल होने पर हमारे पास कोई भी ऑल्टरनेट सोर्स नही है जिससे हमलोग बिजली दे सकें।

अजीत कुमार, अधीक्षण अभियंता, रांची