जीएसटी को लेकर व्यापारियों ने उठाए सवाल, जीएसटी समस्या समाधान सम्मेलन में आई कई शिकायतें

ALLAHABAD: सर्व समाज उद्योग व्यापार मंडल की ओर से सिविल लाइंस स्थित होटल स्टार रीजेंसी में रविवार को 'जीएसटी-समस्या समाधान सम्मेलन' का आयोजन किया गया। इसमें व्यापारियों ने जीएसटी लागू होने के डेढ़ महीने बाद भी व्यापारियों को आईडी-पासवर्ड अवेलेबल न कराए जाने और उनकी समस्याओं का समाधान न किए जाने पर सवाल उठाया। जवाब सेल टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने दिया।

हिंदी में उपलब्ध कराएं पोर्टल

एडवोकेट रतन टंडन ने कहा कि हिंदी भाषी प्रदेश में व्यापारियों के लिए पोर्टल पर अंग्रेजी के निर्देश समझना मुश्किल है। जिसकी वजह से व्यापारियों को बार-बार सीए या फिर एडवोकेट की मदद लेनी पड़ रही है। इसलिए हिंदी में भी जीएसटी निर्देश का पोर्टल में विकल्प दिया जाना आवश्यक है। जीएसटी नियम के मुताबिक जो रहतिया बचा है, उसकी घोषणा 90 दिनों में की जानी है, लेकिन इसके लिए कोई प्राविधान पोर्टल में नहीं है। ऐसे में व्यापारी क्या करें। व्यापारियों ने कहा कि फार्म 38 व फार्म जीएसटी-आर 1 इतने कठिन हैं कि उन्हें समझना काफी मुश्किल है।

व्यापारियों को होगा फायदा

मुख्य अतिथि शहर उत्तरी विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी ने कहा जीएसटी लागू होने के बाद व्यापारियों को अभी कुछ दिक्कतें जरूर हो रही हैं। लेकिन जिस दिन व्यापारी सिस्टम में आ गए, उस दिन व्यापार और व्यापारी दोनों को फायदा ही फायदा होगा। अध्यक्षता कर रहे डॉ। अरुण सिन्हा ने कहाकि जीएसटी अब एक हकीकत है। इसके मुताबिक व्यापार करने की जरूरत है। संचालन हिमांशु खरबंदा ने किया।

ये लोग रहे मौजूद

कार्यक्रम में मौजूद वाणिज्यकर विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर एपी सिंह, डिप्टी कमिश्नर गरिमा सिंह ने व्यापारियों की उलझन को कम करने का प्रयास किया। संचालन हिमांशु खराबंदा ने किया। इस मौके पर अहमद खान, अंकित अग्रवाल, सनी दुआ, अंकुर अग्रवाल, संजय खरबंदा, विशाल कनौजिया, दिलीप अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, परमजीत सिंह, राजीव कृष्ण श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।