- एसटीएफ ने किया खुलासा, गनर समेत तीन अरेस्ट

- दो रिवॉल्वर, एक पिस्टल, कारतूस, 10.50 लाख नकद व लाखों की ज्वैलरी बरामद

LUCKNOW: जिस शख्स पर सुरक्षा की जिम्मेदारी हो और वह ही गद्दार निकल जाए तो क्या कहें। तालकटोरा इलाके में एक गनर ही घर का भेदी साबित हुआ। उसने चोरों के साथ मिलकर मालिक का पूरा घर साफ करवा दिया। शासन के आदेश पर सक्रिय हुई एसटीएफ ने जांच की तो घटना का खुलासा हुआ। आरोपी गनर समेत तीन आरोपियों को अरेस्ट करते हुए उनके कब्जे से दो रिवॉल्वर, एक पिस्टल, एक खिलौना पिस्टल, 10.53 लाख रुपये, लाखों की ज्वैलरी बरामद की।

यह थी घटना

बीती 5 दिसंबर को तालकटोरा निवासी विजय शंकर सिंह किसी काम से मुंबई गए थे। इसी दौरान अज्ञात चोरों ने उनके घर का ताला तोड़कर दो लाइसेंसी रिवॉल्वर, एक पिस्टल, लाखों की ज्वैलरी और भारी मात्रा में कैश चोरी कर लिया था। विजय के घर की देखरेख कर रहे उनके दोस्त सैय्यद मुबीन अहमद ने तालकटोरा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच की लेकिन, कोई सफलता नहीं मिल सकी। जिसके बाद शासन ने घटना की जांच एसटीएफ से कराने का आदेश दिया।

गनर पर गहराया शक

एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह के मुताबिक, मामले की जांच मिलने पर डिप्टी एसपी पीके मिश्र और उनकी टीम को जुटाया गया। जब टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और वहां काम करने वाले कर्मचारियों का ब्योरा जुटाया तो विजय सिंह के सुरक्षा गार्ड जौनपुर निवासी आनंद कुमार सिंह की गतिविधियां संदिग्ध मिलीं। शक गहराने पर टीम ने आनंद से सख्त पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने जुर्म कुबूल कर लिया।

बेइज्जती का बदला लेना चाहता था

पूछताछ के दौरान आनंद ने बताया कि वह 2001 से विजय शंकर सिंह के यहां सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता था। वह विजय का दूर का रिश्तेदार भी है। उसे 15000 रुपये सैलरी मिलती थी। आनंद ने बताया कि विजय उसे व बावर्ची का काम करने वाले अर्जुन कश्यप को अक्सर सार्वजनिक रूप से गालीगलौज कर बेइज्जती करते थे। इसी वजह से उन दोनों ने मिलकर बेइज्जती का बदला लेने की ठानी और चोरी की साजिश रची। साजिश में आनंद ने अपने क्षेत्र के प्रवीण कुमार सिंह उर्फ लालू उर्फ मार्को को भी शामिल कर लिया।

पुलिस से बचने के लिये बरती सावधानी

साजिश रचने के बाद आनंद 24 नवंबर को छुट्टी लेकर अपने गांव चला गया। जिसके बाद प्रवीण उर्फ मार्को लखनऊ पहुंचा और अर्जुन कश्यप के साथ उसने विजय के मकान की रेकी की। घटना वाली रात प्रवीण अपने गांव से चलकर रात में चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचा। जबकि, आनंद कुमार सिंह घटनास्थल पर ही मौजूद रहा। तय प्लान के तहत अर्जुन कश्यप ने विजय के मकान के सभी सीसीटीवी कैमरा कुछ देर के लिये बंद कर दिये। फिर खुद चैनल का ताला खोलकर ऊपर गया और कमरे का ताला और अलमारी को तोड़कर असलहे, ज्वैलरी व कैश को एक बैग में भर दिया। इस बैग को उसने प्रवीण को पकड़ा दिया।

भूसे में छिपा दिया माल

आनंद के गांव पहुंचने पर उसने सारा सामान एक बोरे में भरकर भूसे में दबा दिया। वहीं, अर्जुन कश्यप ने सोने के दो बिस्किट अलग से चुराकर अपने माल के काकराबाद स्थित घर में अलमारी के नीचे गड्ढा कर छिपा दिये। इस खुलासे के बाद एसटीएफ टीम ने अर्जुन कश्यप और प्रवीण उर्फ मार्को को अरेस्ट करते हुए उनकी निशानदेही पर माल बरामद कर लिया।