आई एक्सक्लूसिव

-हैलट इमरजेंसी में आर्थो और सर्जरी विभाग के यूनिट इंचार्ज के राउंड के कोई सबूत नहीं

- दो महीने से सर्जरी विभाग के अटेंडेंस रजिस्टर पर किसी ने साइन नहीं किए

KANPUR: हैलट अस्पताल में मरीजों के इलाज को लेकर डॉक्टर्स किस कदर लापरवाह हैं, इसका अंदाजा इस बात से लग जाता है कि इमरजेंसी में सीनियर डॉक्टर्स मरीजों को देखने ही नहीं आते हैं। हाल ये है कि यहां पर जूनियर डॉक्टर्स के भरोसे ही इमरजेंसी चल रही है। दो महीने में सर्जरी विभाग के किसी यूनिट इंचार्ज ने इमरजेंसी का राउंड ही नहीं किया। वहीं मेडिसिन विभाग में नोडल प्रभारी को व एक अन्य सीनियर फैकल्टी को छोड़ कोई डॉक्टर राउंड पर नहीं आता। इसके अलावा आर्थो विभाग में राउंड पर आने वाले यूनिट इंचार्ज का कोई रिकार्ड ही नहीं मेनटेन है। यह खुलासा इमरजेंसी में जेआर और फैकल्टी की अटेंडेंस के लिए रखे रजिस्टर से हुआ है। इसमें दो महीने से किसी यूनिट इंचार्ज ने साइन ही नहीं किए हैं।

नहीं आते सर्जरी के डॉक्टर्स

हैलट इमरजेंसी में 8 घंटे के हिसाब से सीनियर फैकल्टी मेंबर की यूनिट मेडिसिन, आर्थो और सर्जरी विभाग में चलती है। इमरजेंसी में डॉक्टर्स आए या नहीं यह चेक करने के लिए एक अटेंडेंस रजिस्टर मेनटेन किया जाता है, जिसमें जेआर 1,2,3, सीनियर रेजीडेंट, ईएमओ और पीआरओ के अलावा यूनिट इंचार्ज को भी साइन करने होते हैं। इस रजिस्टर में अगस्त महीने में अभी तक सर्जरी विभाग में 1 अगस्त के दिन यूनिट इंचार्ज डॉ। मो। अतहर के ही साइन मिले। उनके अलावा पूरा रजिस्टर खाली था। वहीं जुलाई महीने में भी मो। अतहर को छोड़ और किसी यूनिट इंचार्ज के साइन नहीं मिले। जबकि जेआर, ईएमओ व पीआरओ सभी के साइन रजिस्टर में थे।

आर्थो का रिकार्ड ही नहीं

हैलट की इमरजेंसी में आर्थो विभाग के लिए भी फैकल्टी मेंबर्स की यूनिट चलती है। हद तो ये है कि उसमें किसकी यूनिट है और वह राउंड पर आया या नहीं इसका कोई रिकार्ड ही मेनटेन नहीं है। यही हाल मेडिसिन विभाग का भी है। जिसमें विभाग की नोडल प्रभारी डॉ। रिचा गिरि के अलावा बीच में सिर्फ एक अन्य सीनियर डॉक्टर के ही ड्यूटी रजिस्टर पर साइन हैं बाकी किसी भी यूनिट इंचार्ज के अटेंडेंस रजिस्टर में साइन ही नहीं हैं। ऐसे में सीनियर डॉक्टर्स के राउंड पर नहीं आने की बात और पुख्ता हो जाती है।

प्रिंसिपल के राउंड में गायब मिले

मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। नवनीत कुमार ने वेडनसडे को हैलट का निरीक्षण किया। इस दौरान 4 कर्मचारियों के गायब मिलने पर उन्होंने सीएमएस को कार्रवाई करने के आदेश दिए। वहीं दवा स्टोर में एक युवती के बैठे मिलने पर उसे भी फटकार लगाई और कार्रवाई के आदेश दिए। वार्डो में होने वाली दवाओं की सप्लाई का रिकार्ड भी चेक किया। इसके साथ ही वार्ड में जाकर उसे चेक भी किया। इस दौरान कागजों पर उन्हें सब सही भी मिला। जो कर्मचारी निरीक्षण के दौरान नहीं मिले उनमें सूरज सिंह यादव, प्रभात मिश्रा, ज्ञानेंद्र कुशवाहा और दुष्यंत द्विवेदी हैं। इसके अलावा डी फार्मा की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद भी दवा स्टोर में काम करने वाली आरती राय को लेकर भी सीएमएस से जवाब मांगा है।

'डॉक्टर राउंड पर नियमित रूप से आते हैं। इसके लिए अटेंडेंस भी जरूरी है। काम का बोझ ज्यादा होने के कारण हो सकता है साइन न कर पाए हों। अगर डॉक्टर्स के राउंड न करने की शिकायत आती है तो जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी.'

डॉ.आरसी गुप्ता, एसआईटी एलएलआर हॉस्पिटल