- व्यापारी अैर बिजली कर्मचारी हुए आमने-सामने

BAREILLY:

कुतुबखाना सब स्टेशन के जेई जगदीश और संविदा कर्मचारियों पर तीन दिन पहले रिश्वत मांगने के लगे आरोप के बाद बिजली विभाग का जेई संगठन दादागीरी पर उतर आया है। सप्लाई को छोड़ बाकी कामकाज ठप कर दिया है। अपनी बातों को मनवाने के लिए सब स्टेशन के सभी जेई ने राजस्व वसूली, नये कनेक्शन जारी करने और बिजली की चोरी रोकने के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान को भी रोक दिया है। जिसकी वजह से सरकारी कामकाज प्रभावित होने लगा है। विभाग में पेंडिंग फाइलों की लिस्ट बढ़ती जा रही है। आपको बता दे कि घटना के दिन कर्मचारियों ने पूरे शहर की बिजली सप्लाई को बंद कर दिया था। जिसके कारण पब्लिक को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।

एफआईआर दर्ज नहीं तो काम नहीं

राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि जेई और एसडीओ के साथ मारपीट करने वाले आयुष सक्सेना के खिलाफ घटना के तीन दिन बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं कराई गयी है। यदि कोई कर्मचारी पैसे मांगता भी है, तो इस बात की शिकायत विभाग के उच्च अधिकरियों या डीएम से करनी चाहिए थी। न कि ऑफिस में आकर हंगामा और मारपीट। जब तक आयुष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं कर ली जाती है, तब तक बिजली सप्लाई को छोड़कर कोई काम नहीं किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर शहर का व्यापारी वर्ग बिजली विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ लामबंद हैं। व्यापारियों का कहना है कि यदि कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो बरेली बंद करेंगे।

ब्लैक आउट का आरोप है गलत

संगठन के पदाधिकारियों ने एक सभा का आयोजन किया। पदाधिकारियों का कहना है था कि घटना के दिन किये गये धरना प्रदर्शन को ब्लैक आउट से जोड़ कर पेश किया जा रहा है। जो कि पूरी तरह से गलत है। कुछ कर्मचारी तो सब स्टेशन छोड़ कर धरना प्रदर्शन में शामिल हो गये। वहीं राजेंद्र नगर, 33 केवी सिविल लाइंस और 132 दोहना लाइन ब्रेक डाउन में पहले से चल रही था। जिसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। सभा की अध्यक्षता विकास सिंह ने किया। इस मौके पर संगठन के जिला सचिव इंजीनियर पवन चंद्रा, देवेंद्र सिंह, मनीराम, केके महेश्वरी, स्नेह जोशी, संदीप सिंह और अखिलेश ने भी अपनी बात सभा में रखी।

शासन को रिपोर्ट सौंप दी गई है। कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। यदि किसी को भी दिक्कत है, तो वह मुझसे मिल सकता है।

डॉ। अरूण कुमार, शहर विधायक