-श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को उड़ाने की मिली धमकी के बाद रविवार को किया गया मॉकड्रिल

--CISF की वर्दी में आतंकियों के हमले का है इनपुट

VARANASI

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को उड़ाने की धमकी मिलने के बाद रविवार को दोपहर बाद यहां मॉकड्रिल किया गया। इस दौरान सायरन बजते ही कई थानों की फोर्स के अलावा सीओ और मंदिर कैंपस में मौजूद जवान अलर्ट हो गए। हालांकि लगभग ख्भ् मिनट की जांच में सब कुछ सही पाया गया। इंटेलिजेंस को मिले इनपुट के मुताबिक आतंकी सीआईएसएफ की वर्दी में बाबा दरबार पर हमला कर सकते हैं।

सहम गए श्रद्धालु

रविवार की शाम ब्.0भ् बजे सायरन बजते ही सभी सुरक्षाकर्मी अपने ड्यूटी प्वॉइंट्स पर पोजीशन में आ गए। अचानक सुरक्षा कर्मियों के अलर्ट देख मंदिर में मौजूद श्रद्धालु सहम गये। इस बीच सुरक्षाकर्मियों ने सभी दर्शनार्थियों को सेफ जोन में भेजकर मंदिर को खाली कराया और पूरे मंदिर परिसर में जांच की गई। एसपी ज्ञानवापी शशिकांत तिवारी और सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट आरपी सिंह ने मंदिर परिसर का जायजा लिया। करीब ख्भ् मिनट बाद जब सुरक्षाकर्मियों ने श्रद्धालुओं को बताया कि यह महज एक जांच थी तो लोगों ने राहत की सांस ली। एसपी ज्ञानवापी ने बताया कि मॉकड्रिल के दौरान सभी हाइड्रोलिक गेट बंद पाए गए और सुरक्षा के लिहाज से सभी सुरक्षाकर्मी चौकन्ने रहे। गौर करने वाली बात यह रही कि दस मिनट के भीतर जिले के पुलिसकर्मियों ने भी रिस्पॉन्स दिया।

सुरक्षा से हो रहा है खिलवाड़

- श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा भगवान भरोसे है

- हर तीन माह पर होने वाली हाईपावर कमेटी की बैठक पांच माह से नहीं हुई है

- ख्0क्म् में एडीजी सुरक्षा के अंडर में हुई थी आखिरी बैठक

- परिसर में लगे सीसी कैमरों में से कई खराब पड़े हैं

- रेड जोन में कई बार असलहा और प्रतिबंधित वस्तुओं संग पहुंच चुके हैं लोग

- कई प्वाइंट्स पर बिजली का तार लटकने से करंट उतरने की आशंका बढ़ गई है

संसाधनों की कमी को जल्द दूर किया जाएगा। हाईपावर कमेटी की बैठक बुलाने के साथ ही मंदिर की सुरक्षा पर मंथन होगा। तैनात जवानों को और मुस्तैदी से ड्यूटी करने के लिए कहा गया है।

विश्वजीत महापात्रा, एडीजी जोन