RANCHI: किसी ने पक्का मकान बनाया है और बताया कि वह अब भी खपड़ैल मकान में रह रहा है। तो उसकी यह चोरी अब सेल्फी खींचकर रांची नगर निगम पकड़ेगा। होल्डिंग टैक्स की चोरी करने वाले ऐसे लोगों के लिए नगर निगम ने सेल्फी टेक्निक का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। इसके तहत रांची नगर निगम के स्टाफ वेरीफिकेशन के लिए आपके घर आ रहे हैं। फिर घर के साथ आपकी सेल्फी भी ले रहे हैं। यदि आपने गलत जानकारी दी है, तो आपसे डिफरेंस मनी का क्00 परसेंट जुर्माना भी वसूला जाएगा। बताते चलें कि मकान का सेल्फ एसेसमेंट कराने के दौरान कई लोगों ने गलत जानकारी दी है, जिनकी लिस्ट निगम तैयार कर रहा है।

घर-घर जा रही वेरिफिकेशन टीम

निगम ने राजधानी में सेल्फ एसेसमेंट का फार्म भरवाया था। इसमें लोगों ने अपने घर की पूरी डिटेल भी उपलब्ध कराई थी। अब उसके वेरीफिकेशन के लिए निगम की टीम लोगों के घरों में जा रही है। वहीं घरों की मापी कर जांच की जा रही है कि एसेसमेंट फार्म में भरी गई डिटेल सही या फिर गलत। हालांकि एक लाख ब्ख् हजार घरों में वेरीफिकेशन काम भी निगम के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में गड़बड़ी करने वालों को थोड़ा समय मिल जाएगा।

एक लाख होल्डिंग नंबर हुआ जेनरेट

सेल्फ एसेसमेंट कराने के लिए रांची नगर निगम में एक लाख ब्ख् हजार लोगों ने आवेदन दिया था। इसमें से एक लाख लोगों का होल्डिंग नंबर जेनरेट किया जा चुका है। इसे जल्द ही लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं बाकी के ब्ख् हजार का होल्डिंग नंबर भी जेनरेट करने की तैयारी चल रही है। बताते चलें कि नए सिस्टम के तहत लोगों को क्भ् डिजिट का यूनिक होल्डिंग नंबर जारी किया जा रहा है। इससे पता लगाया जा सकेगा कि इस नंबर का घर किस वार्ड में है। ऐसे में घरों को ढूंढने में परेशानी नहीं होगी।

वर्जन

गड़बड़ी करने वालों को राहत नहीं मिलेगी। जिन लोगों ने भी गलत मापी कर एसेसमेंट कराया है, उन्हें हर हाल में टैक्स देना होगा। इतना ही नहीं, उन्हें डिफरेंस मनी का क्00 परसेंट जुर्माना भी भरना पड़ेगा। जहां तक गलत जानकारी देने की बात है, तो अभी कोई मामला सामने आया नहीं है। आने पर उसे भी देख लिया जाएगा।

-रामकृष्ण कुमार, असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव आफिसर, रांची नगर निगम