-मिलिट्री और एयरफोर्स इंटेलीजेंस करेगी इजाज से पूछताछ

-पाक एजेंट के पीछे काम कर रहे लार्जर गैंग: एसटीएफ

 

Meerut : पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक्टिव एजेंट इजाज की गिरफ्तारी के बाद शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूछताछ कर रही सुरक्षा एजेंसी से एजेंट की कुंडली तलब की। मंत्रालय ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेने के डॉयरेक्शन देते हुए पाक को भेजी गई खुफिया जानकारी के 'साइड इफेक्ट' की पड़ताल के निर्देश भी देश की सिक्योरिटी एजेन्सीज को दिए हैं। मिलिट्री इंटेलीजेंस, एयरफोर्स इंटेलीजेंस के अलावा देश की शीर्ष खुफिया एजेंसी इजाज के मंसूबों का पता लगाएगी।

एमआई, एआई करेगी पूछताछ

गिरफ्तार आईएसआई एजेंट से शुक्रवार को आईबी ने पूछताछ की तो वहीं एसटीएफ ने बताया कि मिलिट्री इंटेलीजेंस और एयरफोर्स इंटेलीजेंट भी इजाज से पूछताछ करेगी। वेस्ट यूपी और उत्तराखंड के सभी सातों आर्मी एंड एयर स्टेशन की खुफिया इकाई एसटीएफ के संपर्क में है। शनिवार के पेशी के दौरान कोर्ट में भी थाना सदर पुलिस ने सात दिन की रिमांड पर इजाज को लेने के पीछे भी खुफिया एजेंसियों द्वारा की जाने वाली पूछताछ का जिक्र किया है।

'लार्जर गैंग' पर जल्द शिकंजा

आईजी एसटीएफ सुजीत पाण्डेय ने बताया कि इजाज के पीछे एक 'लार्जर गैंग' काम कर रहा है। पूछताछ से निकलकर आया कि आईएसआई एजेंट के साथ पश्चिम बंगाल, बिहार और यूपी में रह रहे कई ऐसे लोग काम कर रहे हैं जो हिंदुस्तान में रहकर पाक एजेंसी आईएसआई के लिए काम करते हैं। उन्होंने बताया कि एजेंसी ने कई ऐसे नामों को चिह्नित किया है जो देश की सुरक्षा में सेंध लगाने का काम कर रहे हैं। शीर्ष खुफिया एजेंसी, पश्चिम बंगाल के अफसर, एमआई, एआई, आईबी आदि सुरक्षा एजेंसियां 'एजेंट इजाज' पर काम करेंगी। दो-तीन दिन में ही बड़ा अपडेट इस केस में होगा।

 

मेरठ में पकड़ा था आईएसआई एजेंट

यूपी-उत्तराखंड के सैन्य मुख्यालयों की गोपनीय सूचनाओं को पाकिस्तान भेजने वाले आईएसआई एजेंट को शुक्रवार मेरठ में गिरफ्तार किया था। पुलिस महानिरीक्षक (एसटीएफ) सुजीत पाण्डेय ने एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक के निर्देश पर मेरठ यूनिट की 22 सदस्यी टीम ने इजाज को दोपहर करीब ढाई बजे कैंट स्टेशन के पास तिराहे से गिरफ्तार किया था। इजाज के पास से पुलिस ने भारतीय सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेज, एटीएम कार्ड, मोबाइल, लैपटॉप, पेन ड्राइव के अलावा पश्चिमी बंगाल में बना फर्जी वोटर आईडी कार्ड, बरेली के पते पर बना फर्जी आधार कार्ड बरामद किया है। इजाज ने बताया कि वो 2012 में आईएसआई के संपर्क में आया था। छह माह की ट्रेनिंग के बाद उसे भारतीय सेना की गतिविधियों और सूचनाओं को जुटाने के लिए पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत भेजा गया।