सियासत

- विधानसभा में शहर विधायक उठाएंगे कई मद्दे

- मेडिकल कॉलेज में नर्सिग स्टाफ की सैलरी भी रहेगा अहम मुद्दा

-नगर निगम व एमडीए में भ्रष्टाचार की खोली जाएगी पोल

Meerut : सूबे की राजधानी लखनऊ में आज हंगामे के साथ विधानसभा के शीत कालीन सत्र की शुरूआत हुई। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के निधन के बाद सत्र स्थगित कर दिया गया। शहर के तीनों विधायक विधान सभा में मेरठ की जनता से जुड़े दर्जनों मुद्दे उठाएंगे। जिसमें लॉ एंड ऑर्डर का मुद्दा अहम होगा। इसके अलावा गन्ना किसानों के भुगतान, नगर निगम व एमडीए में भ्रष्टाचार का मुद्दा भी विधान सभा में गूंजेगा। इसके लिए तीनों विधायक पेपर वर्क करके लखनऊ पहुंचे हैं।

क्या कहते हैं माननीय

मेरठ में क्राइम बड़ा मुद्दा है। वैसे तो लग नहीं रहा कि सत्र शांति से चलेगा। लेकिन यदि मौका मिला तो मेरठ में व्यापारियों के साथ हो रहे अत्याचार का मुद्दा विधानसभा में जोर-शोर से उठाया जाएगा। इसके अलावा नगर निगम व एमडीए में हो रहे भ्रष्टाचार को भी उजागर किया जाएगा। अवैध कालोनी और गंदगी भी एजेंडे में शामिल है।

लक्ष्मीकांत वाजपेयी, विधायक शहर विधान सभा

मेडिकल कॉलेज में नर्सिग स्टाफ को पिछले दो सालों से सैलरी नहीं मिली है। उनका यह मुद्दा अहम है। इसके अलावा श्रद्धापुरी में अवैध कालोनियां काटने, गैरकानूनी प्लाटिंग करने जैसे आधा दर्जन मुद्दे हैं। जिन्हे शीत कालीन सत्र में उठाना है।

सत्यप्रकाश अग्रवाल, विधायक कैंट विधान सभा

सपा सरकार किसान विरोधी सरकार है। किसानों का पिछले साल का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। इसलिए उनका सबसे मुख्य मुद्दा किसानों के भुगतान का रहेगा। इसके अलावा किसानों का मुआवजा पांच सालों से अटका पड़ा है। ये भी उनके एजेंडे में है। बाकी लॉ एंड आर्डर के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया जाएगा।

रविन्द्र भड़ाना, विधायक मेरठ दक्षिण विधान सभा

इन पर भी ध्यान दीजिए विधायक जी

- महंगाई की मार से आमजन त्रस्त है

- किसानों को जमीन अधिग्रहण का अभी तक उचित मुआवजा नहीं मिल सका है

-लोहिया आवास योजना की बंदरबाट हो रही है

-मेरठ में हाईकोर्ट बेंच का मुद्दा बार-बार उठता है, लेकिन कोई समाधान नहीं होता

- बच्चों को वजीफे में घालमेल