दवाओं के बाद अब एफएमसीजी कंपनियों के लिए सेवा शुरू

फार्मासिक्योर की सर्विस से अभी तक आप दवाओं के असली या नकली होने की जानकारी एसएमएस से ले सकते थे। लेकिन अब इस कंपनी ने एफएमसीजी कंपनियों से भी इस बाबत करार किया है। आप एक एसएमएस के जरिए प्रोडक्ट की सभी जानकारी ले सकते हैं। आप चाहें तो वेबसाइट पर जाकर भी प्रोडक्ट की असलियत जान सकते हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि नकली उत्पादों से न सिर्फ कंपनियों की विश्वसनीयता प्रभावित होती है बल्कि इससे कंपनी की आय भी कम होती है।

सरकार को लगा 39 हजार करोड़ रुपये का चूना, जानें कैसे बचें

उद्योग मंडल फिक्की की एक रिपोर्ट पर गौर करें तो नकली उत्पादों के कारण भारत सरकार को करीब 39 हजार करोड़ रुपये के राजस्व की चपत लग चुकी है। कंपनी अपने हर प्रोडक्ट पर बैच नंबर, एक्सपायरी डेट और फोन नंबर वगैरह सहित एक विशेष कोड डालती है। यह एक ग्राहक ऐसे नहीं समझ सकता। इसके लिए कस्टमर को प्रोडक्ट का कोड एसएमएस करना होता है। एसएमएस करते ही उसके पास प्रोडक्ट के असली या नकली होने की तुरंत सूचना मिल जाती है। इसमें प्रोडक्ट के असली नकली ही नहीं बल्कि एमआरपी की भी जानकारी मिल जाती है।

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