- रिजल्ट से पहले स्टूडेंट्स की काउंसलिंग कराएगा यूपी बोर्ड

- 350 में से 55 स्कूलों में ही है मनोविज्ञान के शिक्षक।

Meerut - इस बार यूपी बोर्ड में रिजल्ट आने से पहले ही स्कूलों में स्टूडेंट्स को काउंसिलिंग दी जाएगी। जिसके लिए अगले सप्ताह से ही स्टूडेंट्स को स्कूल में बुलाया जाएगा। ये कांउसिलिंग हर स्टूडेंट को उनके स्कूल में ही दी जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि रिजल्ट से पहले स्टूडेंट्स को डिप्रेशन से बचाया जा सके, लेकिन हकीकत यह है कि स्कूलों में जब मनोविज्ञान के शिक्षक ही नहीं है, आखिर कैसे बच्चों को रिजल्ट से पहले काउंसिलिंग दी जाएगी। ऐसे में योजना पहले ही फेल हो रही है।

होनी है काउंसिलिंग

योजना के अनुसार शासन ने सभी सरकारी स्कूलों में रिजल्ट से पहले ही काउंसिलिंग देने के लिए निर्देश दिए है। जिसके तहत रिजल्ट से पहले ही अगले सप्ताह से हर स्कूल में स्कूलों में मनोविज्ञान विषय के शिक्षक स्टूडेंट्स को काउंसिलिंग देकर रिजल्ट के डिप्रेशन से दूर करने का प्रयास करेंगे। शासन के अनुसार दरअसल अक्सर स्टूडेंट फेल होने पर या कम नम्बर आने पर सुसाइड कर लेते हैं, वहीं रिजल्ट आने से पहले ही कई दिनों तक खाना छोड़ देते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए ऐसा किया जा रहा है। इसके साथ ही रिजल्ट के बाद कम नम्बर लाने वाले स्टूडेंट्स को भी डिप्रेशन से उबारने की जिम्मेदारी इन्हीं शिक्षकों की है।

नाम मात्र के हैं शिक्षक

अगर हकीकत में देखे तो मेरठ में 350 सरकारी स्कूल है। इनमें से महज 55 ही स्कूलों में मनोविज्ञान विषय के शिक्षक है। ऐसे में मनोविज्ञान के लिए मात्र नाममात्र के ही शिक्षक हैं। बिना मनोविज्ञान के शिक्षकों ही काउंसिलिंग देने की तैयारी हो रही है।

वर्जन

जिन स्कूलों में शिक्षक नही है, वहां अन्य शिक्षकों से काउंसिलिंग करवाई जाएगी। काउंसिलिंग हर स्कूल में हो इसकी पूरी तैयारी की जा रही है।

श्रवण कुमार, डीआईओएस