गाय की एक खोपड़ी में मिले सर्जरी के निशान से सामने आई ये थ्योरी

फ्रांस में वैज्ञानिकों ने पाषाण काल की गाय की ऐसी खोपड़ी खोज निकाली है, जिसकी सर्जरी की गई थी। इस अध्ययन के बाद संभावना जताई जा रही है कि उस दौर के इंसान ने सर्जरी का एक्सपेरीमेंट इंसानों से पहले जानवरों पर किया था। गाय की यह पूरी खोपड़ी यहां अटलांटिक महासागर के तट से 25 मील की दूरी पर फ्रांस के Champ Durand स्थान से मिली है। 3,400 से 3,000 ईसा पूर्व के दौरान यह स्थान मानवीय तकनीक के विकसित होने के मुख्य क्षेत्रों में शामिल था। पुरातत्वविदों को इससे पहले 1975 और 1985 के बीच यहां गाय, सुअर, भेड़ और बकरियों की हड्डियों के कई टुकड़े मिले थे, लेकिन इसी दौरान जमीन के भीतर से गाय की पूरी खोपड़ी प्राप्त हुई, जिसमें एक बड़ा सा छेद था। इस सूराख की बनावट को लेकर वैज्ञानिक काफी दिनों से जूझ रहे थे। फाइन रिसर्च के रिजल्ट के आधार पर अब वैज्ञानिक टीम मान रही है कि 5 हजार साल ईसा पूर्व में भी इंसानों के पास ऑपरेशन करने की कला थी।

 

5 हजार साल पहले भी इंसान कर लेते थे गायों का ऑपरेशन! मिला सबूत


इस गाय की खोपड़ी में था एक बड़ा सुराख

यूं तो गाय की इस खोपड़ी पर सालों से रिसर्च की जा रही थी। शुरुआती जांच में साल 1999 में वैज्ञानिकों ने कहा गया कि किसी दूसरी गाय के सींग मारने के कारण यह छेद हुआ होगा, लेकिन सेंटर फ्रांस के राष्ट्रीय विज्ञान अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक फर्नाडो रामिरेज रोजी ने अपने अध्ययन में इस पुराने लॉजिक को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा था कि सींग मारने के कारण बना गड्ढा इतना सटीक नहीं हो सकता है। उनके अनुसार इस खोपड़ी की सर्जरी की गई थी। हालांकि घाव के ठीक होने का कोई निशान नहीं मिल पाया। रोजी का मानना था कि ऐसा दो कारणों से हो सकता है या तो ऑपरेशन के दौरान या उसके थोड़े दिनों बाद ही गाय की मौत हो गई थी, ऐसे में सर्जरी के सुबूत वैसे के वैसे ही जमीन में दफन हो गए। आज इतने सालों बाद गाय की इस खोपड़ी ने इंसानों से जुड़ा एक नया राज खोला दिया है।

इनपुट: IANS


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