-आई नेक्स्ट ने ऑर्गनाइज किया 'रेनॉल्ड्स राइट द फ्यूचर हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन'

-कॉम्प्टीशन के दूसरे दिन आरवीएस एकेडमी और जेपी स्कूल के बच्चों ने दिखाया टैलेंट

-आज भी शहर के दो स्कूलों में होगा हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन

JAMSHEDPUR: मेरी हैंडराइटिंग सबसे बेस्ट है। ये कॉम्प्टीशन तो मैं ही जीतूंगा। नहीं तुमसे अच्छी मेरी राइटिंग है। इस बार तो बाजी मैं ही मारूंगा। मंगलवार को कुछ ऐसी ही बातें कर रहे थे आरवीएस एकेडमी और जेपी स्कूल के बच्चे। आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन में बच्चों में गजब का उत्साह देखने को मिला। आई नेक्स्ट ने शहर के फेमस स्कूलों में 'रेनॉल्ड्स राइट द फ्यूचर हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन' आयोजित कर रहा है। इसमें बच्चें अपनी हैंडराइटिंग का हुनर दिखा रहे हैं। फ्क् जुलाई तक चलने वाले इस कॉम्प्टीशन के दूसरे दिन भी शहर के दो स्कूलों आरवीएस एकेडमी और जेपी स्कूल में बच्चों ने अपने इस टैलेंट का जलवा दिखाया। हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की अचानक हुई मौत के बाद सभी स्कूल में छुट्टी डिक्लेयर हो गई। इससे बच्चों ने कॉम्प्टीशन में हिस्सा लेने के बाद दो मिनट का मौन रख उनकी आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित कर अपने घर चले गए।

शब्द लग रहे थे फूलों जैसे

आई नेक्स्ट की ओर से ऑर्गनाइज्ड रेनॉल्ड्स राइट द फ्यूचर हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन के दूसरे दिन ट्यूज्डे को शंकोसाई, मानगो स्थित जेपी स्कूल और डिमना चौक स्थित आरवीएस एकेडमी में आयोजित किया गया। कॉम्प्टीशन की शुरुआत बच्चों को शीट और रेनॉल्ड्स रेसर जेल पेन डिस्ट्रीब्यूट कर की गई। इसके बाद बच्चों ने शीट पर लिखे पैराग्राफ को रेनॉल्ड्स रेसर जेल पेन से अपनी हैंड राइटिंग से दोबारा लिखना शुरू किया। बच्चों की राइटिंग देख कोई नहीं अंदाजा लगा सकता था कि ये शब्द कंप्यूटर के लिखे हैं या इन नन्हें उस्तादों के। बच्चे इतनी सुंदर हैंड राइटिंग में लिख रहे थे कि मानो कागज पर शब्द नहीं फूल उकेर रहे हों। पैराग्राफ को लिखने के लिए स्टूडेंट्स को ब्भ् मिनट का समय दिया गया था। कॉम्प्टीशन में पार्टिसिपेट करने वाले बच्चों ने अपने पूरे टैलेंट का प्रदर्शन किया।

दो कैटेगरी में हुआ एग्जाम

रेनॉल्ड्स राइट द फ्यूचर हैंड राइटिंग कॉम्प्टीशन को आई नेक्स्ट ने दो कैटेगरी में आयोजित किया था। फ‌र्स्ट कैटेगरी में क्लास भ् एंड म् के स्टूडेंट्स ने अपना टैलेंट दिखाया तो सेकेंड कैटेगरी में क्लास 7 एंड 8 के स्टूडेंट्स ने अपना दम। दोनों कैटेगरी में फ‌र्स्ट, सेकेंड और थर्ड विनर सेलेक्ट किए जाएंगे, जिन्हें अट्रैक्टिव प्राइज दिए जाएंगे। साथ ही दोनों कैटेगरी में पांच-पांच कांसलेशन प्राइज भी मिलेंगे। तीसरे दिन वेडनसडे को मानगो स्थित न्यू बेल्स इंग्लिश स्कूल और पारडीह स्थित एसकेएसएन हाईस्कूल में यह कॉम्पटीशन होगा। इसमें स्टूडेंट्स अपनी हैंडराइटिंग का जलवा बिखेरेंगे।

मेरी हैंडराइटिंग सबसे बेस्ट है। मैंने बहुत सुंदर-सुंदर लिखा है। इस कॉम्प्टीशन में पार्टिसिपेट कर बहुत मजा आया। विनर कोई भी बने, पर मुझे अब अपनी हैंड राइटिंग को और अधिक बेहतर बनाना है।

-अंजली शर्मा, स्टूडेंट

आई नेक्स्ट के इस कॉम्प्टीशन में पार्टिसिपेट करने को लेकर काफी एक्साइटेड थी। जब ये कॉम्प्टीशन स्टार्ट हुआ तो काफी खुश थी। मैंने अपनी बेस्ट हैंडराइटिंग में लिखने का प्रयास किया है।

-अंजली गुप्ता, स्टूडेंट

हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन में पार्टिसिपेट कर बहुत खुश हूं। यह एक अनोखा कॉम्प्टीशन था। इसमें न तो टेंशन थी और न ही बहुत कठिन था। बहुत मजा आया इसमें भाग लेकर। मैंने तो पूरी कोशिश की है, बाकी रिजल्ट असलियत बताएगा।

-काजल मंडल, स्टूडेंट

आई नेक्स्ट के हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन में हिस्सा लेकर बहुत अच्छा लगा। एक शीट पर सिंपल पैराग्राफ कॉपी करना था। इसके बावजूद कॉम्प्टीशन काफी हार्ड था। क्योंकि यहां मा‌र्क्स सही आंसर के नहीं, बल्कि हैंडराइटिंग के मिलने हैं। इसलिए बिना जल्दबाजी किए आराम से लिखा है।

-संजय कुमार, स्टूडेंट

आई नेक्स्ट का यह प्रयास सराहनीय है। हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन लगातार होने चाहिए। इससे बच्चों में छिपा टैलेंट निखरता है। क्योंकि हैंडराइटिंग उसके व्यक्तित्व की पहचान होती है। इस कॉम्प्टीशन का हिस्सा बन कर जितना बच्चों को खुशी है, उससे अधिक टीचर एक्साइटेड थीं। सभी को अपने बचपन के दिन याद आ गए।

-अर्जुन शर्मा, डायरेक्टर, जेपी स्कूल

हैंडराइटिंग कॉम्प्टीशन में पार्टिसिपेट कर बच्चे काफी खुश हैं। सभी ने बेस्ट परफॉर्मेस देने का प्रयास किया है। आई नेक्स्ट का यह प्रयास काबिल-ए-तारीफ है। ऐसे कॉम्प्टीशन हर स्कूल को समय-समय पर कराते रहना चाहिए।

-वीणा तलवार, प्रिंसिपल, आरवीएस एकेडमी