थ्रू लेन को भी उठाया ठेका पर, पर्ची दिए बगैर हो रही मनमानी वसूली

पूछने पर दी जाती है आरपीएफ की धमकी

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ALLAHABAD: अ‌र्द्धकुंभ के लिए इलाहाबाद जंक्शन को डेवलप किया जा रहा है। स्टेशन के सिटी साइड सर्कुलेटिंग एरिया को सजाने के लिए टैक्सी व वाहन स्टैंड को सर्कुलेटिंग एरिया से बाहर करते हुए केवल कार पार्किंग का टेंडर करने के साथ ही पार्किंग का स्थान भी चिह्नित कर दिया गया है। लेकिन इसके बाद भी सिटी साइड के सर्कुलेटिंग एरिया में कार पार्क करने पर लोगों से मनमानी वसूली जारी है। यही नहीं, उन्हें पर्ची भी नहीं दी जा रही है। संडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने रियलिटी चेक करने के साथ ही स्टिंग किया तो हकीकत सामने आई।

थ्रू लेन में पार्क हो रहीं गाडि़यां

जंक्शन का लुक बदलने के लिए सिटी साइड सर्कुलेटिंग एरिया में काफी बदलाव किया गया। टेम्पो व टैक्सी स्टैंड को सर्कुलेटिंग एरिया से बाहर कर बचे हुए स्पेस में फव्वारा बनाया गया है। ताकि पैसेंजर्स को छोड़ने के लिए आई गाडि़यां पैसेंजर्स को छोड़ने के बाद आराम से निकल जाएं, इसलिए फोर व्हीलर, टू और थ्री व्हीलर वाहनों के लिए थ्रू लेन बनाया गया है। जंक्शन पर थ्रू लेन में गाडि़यों को पार्क कराया जा रहा है।

30 रुपये वसूली, पर्ची भी नहीं

कार पार्किंग का रेट 24 घंटे के लिए 25 रुपये फिक्स है। इसके बाद भी किसी से 30 तो किसी से 40 रुपये वसूला जा रहा है। पर्ची भी नहीं दी जा रही है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर शनिवार रात साढ़े आठ बजे कार लेकर इलाहाबाद जंक्शन के सिटी साइड पहुंचा। गेट नंबर दो से आगे बढ़ते ही कार के सामने एक युवक खड़ा हो गया और कार को कहां पार्क करना है ये इशारा करने लगा। इसके बाद सामने आई हकीकत

रिपोर्टर- क्या हुआ भाई, कार कहां पार्क करें?

युवक- वो सामने वाली रो दिख रही है न उधर ले जाओ

रिपोर्टर- अरे, वहां तो कार थ्रू पार्किंग लेन लिखा हुआ है। वहां कैसे पार्क करूं?

युवक- चिंता मत करो, बस तुम आगे ले जाकर पार्क कर दो, बाकी हम समझ लेंगे।

रिपोर्टर- जीआरपी या आरपीएफ वालों ने चालान किया, या फिर डंडा पटका तो?

युवक- इतनी बहसबाजी क्यों कर रहे हो? आगे ले जाकर कार खड़ी करो और अपना काम करो।

रिपोर्टर- अच्छा ठीक है गुस्साते काहे हो। चलो, पर्ची दो।

युवक- पर्ची-वर्ची नहीं है। जब गाड़ी लेकर जाना तो पैसे दे देना।

रिपोर्टर- अच्छा, ये नई व्यवस्था है क्या?

युवक- जाओ यार, काहे इतनी बहस कर रहे हो।

रिपोर्टर कार को थ्रू लेन में पार्क करने के बाद चला गया। करीब पौन घंटे बाद लौट कर आया। थ्रू लेन में खड़ी कार को स्टार्ट कर गेट नंबर तीन से लेकर जाने लगा तो, एक दूसरा युवक कार के सामने आकर खड़ा हो गया।

रिपोर्टर- क्या हुआ भाई, कार काहे रोक दी?

युवक- पहले तीस रुपया तो निकालो।

रिपोर्टर- तीस रुपये क्यों? पार्किंग रेट तो 25 रुपये है।

युवक- आठ बजे के बाद का यही रेट है। 30 रुपये ही देना पड़ेगा।

रिपोर्टर- ये तो गलत बात है। अच्छा, पर्ची तो दो।

युवक- गलत-सही हम नहीं जानते हैं। आठ बजे के बाद प्रयागराज के समय आरपीएफ ने यही रेट फिक्स कर रखा है। पर्ची-वर्ची नहीं मिलेगी। 30 रुपये दो और आगे जाओ।

रिपोर्टर- कुछ कम ले लो यार।

युवक- कुछ नहीं, बस 30 रुपये दो और आगे बढ़ो। आरपीएफ से सेट करके हम ऐसा कर रहे हैं।

सर्कुलेटिंग एरिया में पार्किंग के नाम पर मनमानी की शिकायत पहले भी आ चुकी है। कार्रवाई की गई है। मनमाना वसूली के लिए आरपीएफ का नाम लिया जाता है। कुछ दिनों पूर्व एक जनप्रतिनिधि से भी पार्किंग के नाम पर अधिक पैसे लिए गए थे। जांच कर मनमानी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पीके राणा, इंस्पेक्टर, आरपीएफ