भारत ने खारिज किया कबूलनामा

पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव के कबूलनामे वाले वीडियो को भारत ने खारिज किया है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान द्वारा गिरफ्तार गिरफ्तार कुलभूषण जाधव के अगवा होने का शक जताया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमनें पाकिस्तान की तरफ से जारी किया गया वीडियो को देखा हैं। वीडियो में कोई तथ्य नहीं है, विदेश मंत्रालय ने कहा कि नौसेना के पूर्व अधिकारी ईरान में बिजनेस कर रहा है। कुलभूषण अस्पष्टीकृत परिस्थितियों में पाकिस्तान की कस्टडी में है।

अपहरण का शक

मंत्रालय ने कहा कि मामले की जांच के दौरान हमें पता चला है कि ईरान में व्यापार के दौरान उसे परेशान किया जा रहा था। पाकिस्तान में कुलभूषण की उपस्थिति सवाल खड़े करती है। ऐसे में लगता है कि ईरान से उनका अपहरण किया गया है। यह तभी स्पष्ट होगा अगर कुलभूषण को दूतावास से संपर्क करने दिया जाए। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सरकार के अधिकारियों ने कुलभूषण यादव का छह मिनट का बयान मंगलवार को जारी किया, जिसे वहां के एक निजी चैनल पर चलाया गया। बयान में वह कहता दिख रहा है कि वह भारत की शीर्ष खुफिया एजेंसी रॉ के लिए काम कर रहा है, और अब भी भारतीय नौसेना का हिस्सा है।

भारत ने माना भारतीय पर रॉ एजेंट नहीं

हालांकि भारत ने स्पष्ट कर दिया था कि कुलभूषण भारतीय है, नौसेना से सेवानिवृत्त हो चुका है, और रिटायरमेंट के समय से ही उसका सरकार से कोई संपर्क नहीं रहा है. यानि की वो किसी भी तरह एक जासूस नहीं है।

inextlive from India News Desk

National News inextlive from India News Desk