मुरली विजय :
मुरली विजय ने इस सीरीज में पहले से कुछ हटकर परफॉर्म किया। इस बार उन्होंने खुद को एक अच्छे ओपनर के तौर पर साबित किया। उन्होंने ये साबित कर दिया कि एक अच्छे ओपनर के तौर पर वह लंबे समय के लिए अच्छी शुरुआत कर सकते हैं। इस सीरीज में उन्होंने दो हाफ सेंचुरी बनाईं। इस दौरान उनका सबसे अच्छा स्कोर 76 का रहा। पूरी सीरीज में उन्होंने कुल 186 रनों का योगदान किया। इसके आगे अब वो अपनी इस परफॉर्मेंस को अगली इंडिया और इंग्लैंड के बीच होने वाली सीरीज के लिए भी कायम रखेंगे।
चेतेश्वर पुजारा :
पुजारा इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बैट्समैन बने। अपनी पुरानी छवि को तोड़ते हुए इन्होंने 74.60 की औसत से सबसे ज्यादा 373 रन बनाए। इसमें 2 हाफ सेंचुरी और एक सेंचुरी शामिल है। वैसे इससे पहले भी पुजारा ने दो टेस्ट मैचों में तीन हाफ सेंचुरी बनाई थी।
विराट कोहली :
पूरी सीरीज में टेस्ट कप्तान विराट कोहली के तो कहने ही क्या। इन्होंने टीम की शानदार कप्तानी की। कहा जा रहा है कि उनकी कप्तानी में भारत ने न सिर्फ न्सूजीलैंड के खिलाफ सीरीज को जीता बल्कि ICC रैंकिग में भी नंबर पोजीशन को हासिल किया। इनका बैट जब चला तो जैसे पुराने कई रिकॉर्ड टूट गए। अपनी पारी में इन्होंने 211 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। इस स्कोर ने टीम इंडिया को जीत की ओर बढ़ने में बहुत मदद की।
अजिंक्य रहाणे :
इस टेस्ट सीरीज में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे रहाणे। इस सीरीज की पहली पारी में इन्होंने 188 रन बनाए। कहा जा रहा है कि इन्होंने सामने वाली टीम के बाउंसर्स और शॉर्ट पिच गेंदों का जबरदस्त जवाब दिया। उनके प्रदर्शन ने भी इंडियन क्रिकेट फैन्स को बहुत प्रोत्साहित किया।
रोहित शर्मा :
रोहित शर्मा के लिए ये सीरीज बहुत अच्छी साबित हुई। अपनी बेस्ट बैटिंग के साथ इन्होंने सीरीज के टॉप 7 में अपनी जगह बनाई। वैसे कहा ये भी जा रहा है कि रोहित ने अपने पूरी कॅरियर में जिसको सबसे ज्यादा मिस किया, उसको साबित कर दिया इस सीरीज में। 79.33 के एवरेज के साथ उन्होंने इसमें अपनी पारी को पूरा किया।
रिद्धिमान साहा :
साहा ने भी सीरीज में खुद को साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सीरीज की 3 इनिंग्स में इन्होंने दो हाफ सेंचुरी मारी। अपने बल्ले के साथ ही साथ उन्होंने स्टंप के पीछे खड़े होकर भी कुछ कम कमाल नहीं दिखाया। कुल मिलाकर इसमें कोई दो राय नहीं है कि इनकी कीपिंग भी काफी सुधरी हुई और अच्छी नजर आई।
रविचंद्रन अश्विन :
अश्विन का परफॉर्मेंस भी सीरीज में गजब का रहा। यहां उन्होंने 27 विकेट झटके। इंदौर में होने वाले इस टेस्ट मैच में इन्होंने अपने कॅरियर का बेस्ट देने की पूरी कोशिश की। यह अश्विन के टेस्ट कॅरियर का अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन रहा। दोनों टीमों के बीच एक सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अश्विनदूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। पहले स्थान पर एसपी गुप्ते हैं, जिन्होंने एक सीरीज में सबसे ज्यादा 34 विकेट लिए हैं।
रविंद्र जडेजा :
पूरी सीरीज में अपने प्रदर्शन को इन्होंने धीरे-धीरे न्यूजीलैंड टीम के सामने उतारा। उनके इस काम में अश्विन ने उनका बखूबी साथ दिया। दोनों ने मिलकर न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों को फटाफट वापस पवेलियन भेजने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पूरी सीरीज में जडेजा ने 14 विकेट लिए। अश्विन के बाद वह ही सीरीज के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज रहे।
मोहम्मद शमी :
इस सीरीज में शमी ने सिर्फ 8 विकेट लिए। इसके बावजूद कुछ ऐसा रहा, जिसकी वजह से इन्होंने टीम की जीत में अपनी अच्छी हिस्सेदारी निभाई। बतौर बल्लेबाज भी शमी ने मैच में बेहतर भूमिका निभाई। एक ओवर में इन्होंने औसतन 3 रन दिए। इसी के साथ न्यूजीलैंड के बैट्समैन को खुद पर हावी नहीं होने दिया।
उमेश यादव :
उमेश यादव का भी कुछ शमी जैसा ही हाल रहा। विकेट लेने में उन्होंने भी अपनी बराबरी की हिस्सेदारी दी। वहीं रन बनाने की बात करें तो मोहम्मद शमी से वह कुछ पीछे रह गए। एक ओवर में इन्होंने औसतन 2.69 रन दिए।
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