- एआईसीटीई ने इंजीनियरिंग संस्थानों को भेजे निर्देश

- निर्देशानुसार इंटर्नशिप के बिना नहीं होगा कोर्स पूरा

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DEHRADUN: इंजीनियरिंग कॉलेज में डिग्री हासिल करने के लिए अब स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप अनिवार्य रूप से करनी होगी। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने बड़ा फैसला लेते हुए संस्थानों से इंटर्नशिप के बाद ही स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। देशभर के इंजीनियरिंग संस्थानों को इसे लेकर सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है।

प्रैक्टिकल नॉलेज से अपग्रेड करना मकसद

इंजीनियरिंग क्षेत्र के लिए युवाओं को बेहतर तैयार करने और रोजगार के अवसर मुहैया कराने के मकसद से काउंसिल ने यह फैसला लिया है। इसके अलावा स्टूडेंट इंडस्ट्रियल डिमांड के हिसाब से बेहतर तैयार हों, इसके लिए सिलेबस में भी कुछ बदलाव किया जाएगा। एमएचआरडी ने भी काउंसिल के इस प्रस्ताव को ग्रीन सिग्नल दिखा दिया है। काउंसिल के अनुसार स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप मिले इसके लिए कॉलेजों द्वारा विभिन्न कंपनीज और इंडस्ट्रीज को कैंपस में आमंत्रित करना होगा। ताकि स्टूडेंट्स को मौजूदा वक्त की मांग के अनुसार गुणवत्ता शिक्षा के साथ ही प्रैक्टिकल नॉलेज से भी अपडेट किया जा सके।

जॉब के लिए फिट नहीं होते स्टूडेंट्स

स्टूडेंट को इंडस्ट्री के लिए तैयार करने के लिए कुछ कोर्स भी तैयार किए जा रहे हैं, जिन्हें सिलेबस का हिस्सा बनाया जाएगा। इनके अलग से क्रेडिट प्वाइंट दिए जाएंगे, जिससे हर स्टूडेंट इन्हें गंभीरता से ले। दरअसल बीते कुछ वक्त में इंजीनियरिंग कोर्सेज को लेकर युवाओं के घटते रुझान और गिरती छात्र संख्या को देखते हुए काउंसिल और मिनिस्ट्री बीते काफी वक्त से इसे लेकर चिंतित थी। इसी को देखते हुए काउंसिल अब स्टूडेंट्स को जॉब्स के लिए फिट बनाने के लिए नई पहले करने जा रही है।

डिग्री से पहले इंटर्नशिप का प्रावधान पहले से है। हालांकि इसे संस्थान और स्टूडेंट्स कई बार गंभीरता से नहीं लेते हैं। अब अगर इंटर्नशिप के बिना डिग्री पूरी ही नहीं होगी तो इसे लेकर गंभीरता आएगी। स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप करने से मौजूदा वक्त के हिसाब से खुद को तैयार करने का मौका मिलता है। काउंसिल का यह कदम स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद साबित होगा। इससे वे प्रैक्टिकल नॉलेज से अपग्रेड होने में मदद मिलेगी।

----- प्रो। पीके गर्ग, वाइस चांसलर, उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी