- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने भेजी थी करीब 133 करोड़ की रिकवरी नोटिस

- इनकम टैक्स जमा न करने पर 3 खाते सीज, चौथा भी सीज करने पहुंची

-केडीए ने जमा किए 30.87 करोड़, तब खुले खाते

KANPUR: इनकम टैक्स न जमा करने पर आईटी डिपार्टमेंट की टीम ने केडीए के तीन बैंक खाते सीज कर दिए और चौथा खाता भी सीज करने पहुंच गए। इससे केडीए ऑफिसर्स में हड़कम्प मचा हुआ है। आनन-फानन में 15 परसेंट से अधिक धनराशि जमा की गई। साथ ही पूर्व की तरह 12ए के तहत रिलेक्सेशन दिए जाने के लिए अपील भी की है। हालांकि केडीए ऑफिसर मैटर शॉर्ट आउट होने और बैंक खाते चालू हो जाने के दावे कर रहे हैं।

दो दिन पहले भेजा था रिकवरी लेटर

केडीए सोर्सेज के मुताबिक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने दो दिन पहले लगभग 133 करोड़ रुपए की रिकवरी नोटिस भेजी थी। आईटी ऑफिसर्स के मुताबिक केडीए अपनी प्लॉट आदि प्रॉपर्टी पब्लिक को बेचने पर लगभग 10 परसेंट प्रॉफिट लेता है। वहीं ऑफिसर्स का कहना है कि केडीए नो प्रॉफिट नो लॉस पर काम करता है। प्रॉपर्टी बेचने पर जो प्रॉफिट होता है, वह केडीए इम्प्लाइज को सैलरी आदि में खर्च हो जाता है। इसी वजह से पूर्व में 12 ए के तहत केडीए को इनकम टैक्स से रिलेक्सेशन मिलता रहा है। इसको लेकर केडीए ने इस बार भी अपील की थी। लेकिन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने नकारते हुए रिकवरी नोटिस जारी कर दी है। इसके साथ ही केडीए के एक्सिस, आईसीआईसीआई व एसबीआई के बैंक खाते सीज कर दिए।

चौथे खाते को भी सीज करने पहुंचे

थर्सडे को इनकम टैक्स की टीम केडीए का एचडीएफसी बैंक में खाता सीज करने पहुंच गई। इससे केडीए ऑफिसर्स में अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में उन्होंने करीब 308725000 रुपए जमा किए। केडीए सेक्रेटरी केपी सिंह ने बताया कि 15 परसेंट धनराशि जमा कर हाईकोर्ट के डिसीजन के मुताबिक रिलेक्सेशन को लेकर रिप्रजेंटेशन किया जाएगा। फाइनेंस ऑफिसर वीके लाल ने बताया कि मामला शॉर्टआउट हो गया है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने सीज बैंक खाते चालू करने को लेटर भी जारी कर दिया है।