RANCHI : सेल्स टैक्स वसूली के मामले में झारखंड देश का नंबर वन राज्य बन गया है। मार्च में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में झारखंड में जहां सेल्स टैक्स वसूली का ग्रोथ रेथ 18.44 रहा, वहीं ओडि़सा में 14.5 प्रतिशत, हरियाणा में 13.70 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 11.93 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 10.32 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 3.71 प्रतिशत और बिहार में सबसे कम 0.19 परसेंट रिकॉर्ड किया गया। फाइनेंसियल ईयर 2016-17 में झारखंड वाणिज्यकर विभाग ने रिकॉर्ड 10822 करोड़ रुपए राजस्व वसूली की है।

स्ट्रैटजी के साथ वसूली

रांची के वाणिज्य कर विभाग के संयुक्त आयुक्त गोपाल कृष्ण तिवारी बताया राजस्व वसूली को लेकर पूरे विभाग ने मिशन मोड के रूप में काम किया। पिछले साल की तुलना में जो टारगेट निर्धारित किया गया था, उसे पूरा करने के लिए रणनीति तैयार की गई। बकाया वसूली को प्राथमिकता दी गई। निबंधन से लेकर कर भुगतान तक की व्यवस्था ऑनलाइन की गई, ताकि टैक्स देने वालों को परेशानी नहीं हो। इसके अलावा अंतरराज्यीय व्यापार करनेवालों को दो परसेंट आइटीसी की मान्यता और दो करोड़ तक का व्यापार करनेवालों को सेल्फ असेसमेंट की सुविधा प्रदान की गयी। इन्हीं वजहों से ही सेल्स टैक्स की वसूली में यह सफलता मिली।

रांची सर्किल पहले स्थान पर

झारखंड की बात करें तो रांची सर्किल सेल्स टैक्स वसूली में राज्य में अव्वल है। इस सर्किल ने सिर्फ मार्च महीने में ही रिकॉर्ड 1320 करोड़ रुपए के राजस्व की वसूली में कामयाब रहा है, जबकि पूरे साल में इसने 5520 करोड रूपए बतौर राजस्व दिया है। हालांकि,रांची सर्किल को राजस्व वसूली का टारगेट 6610 करोड़ रुपए था। हालांकि, राजस्व वसूली टारगेट से थोड़ा कम है, लेकिन पिछले सालों की तुलना में इसमें 20 परसेंट ज्यादा ग्रोथ दर्ज किया गया।