- आईआईटी आए रि। मेजर जनरल बख्शी ने कहा, ऐसी सोच वालों का सफाया जरूरी

- आईआईटियंस को आर्मी ज्वाइन करने के लिए किया मोटीवेट

KANPUR: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी कैंपस राष्ट्रदोहियों का गढ़ बन गया है। वामपंथी विचारधारा के लोग इस पूरी तरह से सपोर्ट कर रहे हैं। ऐसी सोच वालों को जड़ से उखाड़ फेंकना है। यह कहना है रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी का। बख्शी आईआईटी में चल रहे कल्चरल फेस्ट अन्तराग्नि में स्टूडेंट्स से इंट्रैक्शन करने सिटी प्रवास पर आए थे।

पहले राष्ट्र फिर मजहब

रि। मेजर जनरल ने कहा कि आईआईटी मद्रास में भी कुछ कश्मीरी स्टूडेंट्स ने बखेड़ा किया था। इस तरह की एक्टिविटी किसी भी एकेडमिक इंस्टीट्यूशन में करने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए। स्टूडेंट्स के मन में हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई से पहले पहले देश प्रेम होना चाहिए। उन्होंने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि पहले की सेंट्रल गवर्नमेंट ने आर्मी की खरीद फरोख्त पर चेक लगा रखा था लेकिन इटली से अगस्ता वेस्ट लैंड डील कर बेहद महंगे 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीदे गए। जबकि इन्ही हेलीकॉप्टरों को अमेरिकी प्रेसीडेंट बराक ओबामा ने महंगे होने की वजह से खरीदने से इंकार कर दिया था।