RANCHI: शनिवार रात दो बजे रांची-हजारीबाग बॉर्डर पर टीपीसी नक्सलियों के बीच अब तक की सबसे बड़ी आपसी मुठभेड़ हुई, जिसमें रांची के कमांडर सागर गंझू उर्फ दलाल, बुंडू एरिया कमांडर मनीष महतो, केरेडारी कमांडर जॉनसन समेत छह नक्सली ढेर हो गए। केरेडारी थाना क्षेत्र के हेंदेगीरी डुमरी गड्डा में वर्चस्व को लेकर हुई इस मुठभेड़ के बाद घटनास्थल पर ख्00 मीटर के दायरे में सिर्फ मांस के लोथड़े, खून से सनी चटाई, खोपड़ी और हड्डियां ही बिखरे पड़े थे। रात के दो बजे गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा इलाका गूंज उठा और सुबह तक शव घटनास्थल पर ही पड़े रहे। हालांकि, इस आपसी लड़ाई में छह नक्सलियों के ढेर होने की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।

सुबह पिकअप वैन में लाश लादकर ले गए

सुबह दस्ता आया और उग्रवादियों के शव को पिकअप वैन में लाद कर ले गया। उग्रवादी संगठन टीपीसी की ओर से किसी भी तरह का बयान जारी नहीं किया गया है। पुलिस भी कुछ कहने से बच रही है। करीब दस बजे केरेडारी, पिपरवार व बुढमू थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। छानबीन के बाद जंगलों में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। यह भी अंदेशा है कि सोते समय कमांडरों की गोली मारकर हत्या की गई है। घटना को लेवी वसूली के विवाद से भी जोड़ कर देखा जा रहा है।

पूरा गांव किया सील

घटना के बाद सुबह के उजाले के साथ ही दर्जनों टीपीसी के उग्रवादी हेदेगीर पहुंच चुके थे। दस्ता ने पूरे गांव को सील कर दिया था। ग्रामीणों को स्पष्ट लहजे में घटनास्थल पर जाने, सूचना देने और फोटो खींचने की सख्त मनाही थी। लोग बस शवों को उठाते देख रहे थे। आधे घंटे के बाद जब सब लोग चले गए तो यह खबर आग की तरह फैल गई। ग्रामीण जब घटनास्थल पहुंचे तो चारों ओर मांस के लोथड़े खून व मारे गए उग्रवादियों के कपड़े पड़े थे। दस्ता घटनास्थल से खोखे तक चुन ले गए। करीब क्भ्0 घर का यह गांव है। गांव के बाहर घटना हुई, घटना के बाद दहशत ऐसा था कि लोग घरों से बाहर तक नहीं निकले।

क्0 बजे पुलिस का सर्च ऑपरेशन शुरू

घटनास्थल हजारीबाग जिला मुख्यालय से 70, केरेडारी से फ्भ्, पिपरवार से क्0 तथा रांची के बुढमू थाना से भ् किलोमीटर दूर है। करीब दस बजे सूचना पर तीनों थाना की पुलिस पहुंची। पुलिस ने आसपास सर्च अभियान भी चलाया।