-श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से चल रहे कान्हा जन्मोत्सव का समापन, धूमधाम से मनाई गई कन्हैया की छठी

-श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी परिसर में कजरी गायन से बांधा समां, कान्हा को लगाया काजल, हुआ मनमोहक श्रृंगार

ALLAHABAD: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से चले कान्हा जन्मोत्सव का समापन रविवार को भव्यता के साथ हुआ। महोत्सव के छठवें दिन कन्हैया की छठी धूमधाम से मनाई गई। श्री पथरचट्टी रामलीला कमेटी के परिसर में कान्हा को काजल लगाकर मनमोहक श्रृंगार किया गया तो प्रख्यात गायिका उर्मिला श्रीवास्तव ने कजरी गायन से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी प्रस्तुति 'कैसे खेलै जाबू सावन मां कजरिया, बदरिया घेरे आई ननदी' पर श्रोताओं ने जमकर तालियां बजाई।

उल्लास से मनाया उत्सव

उन्होंने 'सूना सूना मोर भवनवा, बरसे रात दिन सवनवा', 'पिया मेहंदी ले आई दे मोती झील से', 'दरद होई पिया हमरी कलाइमा, भांग के पिसाई मा' जैसे गीतों की प्रस्तुति कर समां बांध दिया। संयोजन कमेटी के प्रवक्ता लल्लू लाल गुप्ता सौरभ का रहा। श्री ब्रज रस रसिक भजन मंडल की ओर से लूकरगंज स्थित श्यामा सदन में छठी उत्सव उल्लास के साथ मनाया गया।

बरसाने की होली

मंडल के संयोजक डॉ। अखिल निगम की अगुवाई में बैंड बाजे के साथ ब्रज गोपियों का बधावा लेकर श्यामा सदन में आगमन हुआ। मंडल के कलाकारों ने माखन चोरी लीला का मनोहारी मंचन किया। साथ ही भजनों की प्रस्तुति की गई। लूकरगंज में ही स्थित कृष्णा भवन में डॉ। निखिल सक्सेना की देखरेख में बरसाने की होली व कान्हा पर केन्द्रित गीतों की प्रस्तुति की गई।

मनमोहक झांकियों ने लुभाया

श्री कटरा रामलीला कमेटी के राम वाटिका परिसर में चल रहे महोत्सव के अंतिम दिन कमेटी अध्यक्ष गोपाल बाबू जायसवाल ने कान्हा को स्नान कराकर काजल लगाया गया और उनकी आरती उतारी। माखन चोर, कालिया नाग मर्दन व कान्हा की बाललीला पर केन्द्रित आकर्षक झॉकियों को देखने के लिए देर शाम तक भक्तों की भीड़ लगी रही। महिला मंडली द्वारा ढोल मजीरा की धुन पर 'हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की' मनमोहक प्रस्तुति की गई।

जीवन की पूर्णता का संदेश देते हैं श्रीकृष्ण

श्रीकृष्ण शिक्षा एवं संस्कृति प्रचारिणी सभा की ओर से केपी कम्युनिटी के सभागार में श्रीकृष्ण महोत्सव का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो। राजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि श्रीकृष्ण का जीवन बहुआयामी है जो मानवीय मूल्यों को अपने में समेटे हुए है। जस्टिस सभाजीत यादव ने कहा कि कृष्ण की शिक्षा सार्वकालिक है और उनके उपदेश जीवन की पूर्णता का संदेश देते हैं। इस दौरान इला मालवीया व इच्छा नायर के निर्देशन में रासलीला व श्रीकृष्ण लीला का पर आधारित नृत्य नाटिका का मंचन किया गया। स्वागत प्रो। उमाकांत यादव व संचालन डॉ। रमा सिंह का रहा।