कहानी  
लो जी आ गई एक और हेट स्टोरी। फिर से वही कहानी, बदला और सेक्स। बदले के वशीभूत, फूट डालने के लिए एक मोहतरमा फिर से वही करती हैं, जिसको देखने के लिए लोग सिनेमा हॉल में आते हैं। आप समझ गए होंगे मैं किस चीज की बात कर रहा हूं।  
समीक्षा  
पांड्या जी को शत शत नमन, दंडवत प्रणाम। अब तो शराब भी फरमेंट होके सिरका बन गई है पर फिर भी सिरके को मादक बता कर उसी पुरानी बोतल में बंद करके बेचने में कामयाब रहे हैं। अपने दर्शक के लिए ये फिल्म नहीं है, 'सीन' की तलाश है। आस पास के दर्शक बार बार बोल रहे थे 'सीन आ गया... सीन आ गया...' और मैं कहानी की तलाश कर रहा था क्योंकि फिल्म के नाम में ही स्टोरी है। फिल्म की बासी कहानी में अगर अच्छे संवादों का तड़का लगे तो फिल्म रोमांचक बन सकती है पर संवादों से मुझे ऐसा लगा की अंग्रेज़ी में सोचे गए और गूगल ट्रांसलेशन करके हिंदी में लिखे गए हैं। संवाद इतने मूर्खतापूर्ण हैं कि पूछिये मत पर मानना पड़ेगा कि फिल्म के 'सीन' बड़े जतन से शूट किए गए हैं। ये एक अलग ही दुनिया की कहानी है। टीवी सिरिअल की तरह इस दुनिया में भी सब लोग मेकअप करके सोते हैं और हर समय ड्रेसअप करके रहते हैं। वेल हर समय नहीं...सीन के अलावा क्योंकि उस वक़्त तो ड्रेस डाउन करने का चलन है। इस दुनिया मे हमारे आपके जैसे लोग नहीं होते बल्कि सब सुपर हॉट लोग हैं और इनकी लाइफ का सबसे बड़ा मुद्दा है अपने कैंपेन के लिए मॉडल ढूंढना।  
movie review : 'हेट स्टोरी 4' में स्टोरी नहीं बस 'सीन' ही हैं
अदाकारी
इस फिल्म में सबसे ज़्यादा मज़ा आता है गुलशन ग्रोवर को देख कर। फिल्म में वही हैं जिनके पास मज़ेदार डायलॉग हैं और वही हैं जो वाहवाही लूटते हैं। फिर हैं वाही, मेरा मतलब करन वाही से हैं जो अभी भी टीवी के हैंगओवर में हैं पर ये उनके फेवर में काम करता है क्योंकि फिल्म टीवी कीतकनीकों से ही शूट हुई है। वही लंबे-लंबे रिएक्शन शॉट्स और लाउड बैकग्राउंड स्कोर। बाकियों ने वही किया है जिसके लिए उनको कास्ट किया गया था।
movie review : 'हेट स्टोरी 4' में स्टोरी नहीं बस 'सीन' ही हैं
वर्डिक्ट
वुमन्स डे के अगले दिन एक ऐसी फिल्म आई है जो अनअपलोगजेटिक होकर औरतों का ऑब्जेक्टिफिकेशन करती है। मेरे लिए तो ये फिल्म एक टार्चर थी क्योंकि मेरी दुनिया में औरतें हर प्रोफेशन में आगे बढ़ रही हैं। जिनके लिए ये फिल्म बनाई गई है उनको ये फिल्म 'सीन दर सीन' ज़रूर पसंद आएगी। पर अगर आप इस तरह की फिल्मों की बजाए अच्छी कहानियों वाली फिल्में देखने के शौकीन हैं तो आप हेट करेंगे इस स्टोरी को। अपनी चॉइस को तोलें , टटोलें और अपनी रिस्क पर ही देखने जाएं।

रेटिंग : 1.5 स्टार

Yohaann Bhargava
www.facebook.com/bhaargavabol

 

Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk