1. ‘सवाल के जवाब में सवाल नहीं किया जाता।’ फिल्म-लम्हे’ (1991)
2. ’लोहे के दरवाजे ताकत से टूट न टूटे, अक्ल से खोले जरूर जा सकते हैं।’ फिल्म-आर्मी (1996)
3. ‘जीवन के किस मोड़ पे कब कोई मिल जाए, कौन कह सकता है?’ फिल्म -चांदनी (1998)
4. ‘सभी बड़े होते हैं मगर कोई अपने बड़ों से बड़ा नहीं होता।’ फिल्म-लम्हे (1991)
श्रीदेवी की जिंदगी के वाकिये जो साबित करते हैं कि उनके जैसी न ही कोई थी , न ही कभी होगी
5. ‘बड़ों के मुंह से निकली हुई गालियां, छोटों को दुआ बनकर लगती हैं। जो बड़ों की डांट खा लेता है वो जिंदगी की ठोकरें नहीं खाता।’ फिल्म-घर संसार (1986)
6. ‘लड़कियां कपूर की तरह होती हैं…तीली लगी नहीं की जलकर रोशनी देने लगती हैं…और तुम लड़के ट्यूबलाइट की तरह होते हो बहुत देर से जलते हो…’ फिल्म –मि. बेचारा (1996)
7. ‘हर इंसान अपने कर्मों से पहचाना जाता है, अपने बाप के कर्मों से नहीं।’ फिल्म-सोने पे सुहागा (1990)
8. ‘इंसान दौलत के लिए अपनों का खून भी बहा देता है।’ फिल्म-चंद्रमुखी (1993)
जानें दुबई के उस बाथटब और श्रीदेवी की मौत का कनेक्शन
9. ‘मर्द खाना बनाए तो कला है…औरत बनाए तो उसका फर्ज है…’ फिल्म-इंग्लिश विंग्लिश (2012)
10. ‘गलत और बहुत गलत में से चुनना हो तो आप क्या चुनेंगे’। फिल्म-मॉम (2017)
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